फर्स्ट इयर को छोड़ सेकेंड और थर्ड इयर की परीक्षा की तिथि घोषित कर दी गयी रांची . स्वास्थ्य विभाग के नियमों में फेरबदल का खमियाजा शैक्षणिक वर्ष 2023-24 में एनएनएम-जीएनएम में नामांकन लेने वाले विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है. इसका कारण है कि फर्स्ट इयर को छोड़, सेकेंड और थर्ड इयर की परीक्षा की तिथि घोषित कर दी गयी है. झारखंड परिचारिका निबंधन परिषद का कहना है कि इन कोर्स में अब नये संशोधनों के अमल में आने के बाद झारखंड कंबाइंड के जरिये नामांकन किया जाना है. ऐसे में सभी प्राइवेट स्कूल व कॉलेज स्वास्थ्य विभाग का नोटिफिकेशन जारी होने के बाद नियमों के विरुद्ध हो गये हैं. इनमें बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स ऐसे हैं, जिन्होंने कोर्स में सीधे नामांकन लिया था. 12 अगस्त को इस संबंध में एक नोटिस जारी कर 2023-24 के फर्स्ट इयर की परीक्षा नहीं लेने की बात कही गयी है. हालांकि, सेकेंड और थर्ड इयर की परीक्षा 25 से 29 अगस्त तक घोषित कर दी गयी है. परीक्षा लेने के निर्णय में देरी से पूरे झारखंड में लगभग चार हजार विद्यार्थी उहापोह में हैं. परिषद के ताजा फैसले के बाद फर्स्ट इयर कॉमन मेरिट लिस्ट (सीएमएल ) वाले विद्यार्थी भी इससे वंचित हो गये हैं. नामांकन के करीब दो साल बीत जाने के बाद भी अभी तक पहले साल की परीक्षा नहीं हो सकी है. परिषद ने इसे अभी तक आयोजित नहीं किया है. अब परिषद बता रही है कि कॉलेज द्वारा परीक्षार्थियों का एडमिशन ही गलत लिया गया है. उधर, परीक्षार्थियों का कहना है कि बीएससी नर्सिंग की परीक्षा विश्वविद्यालय के अधीन है, उसकी परीक्षा हो गयी है. लेकिन, एएनएम-जीएनएम की परीक्षा जेएनआरसी लेती है. ये सभी परीक्षाएं अधर में लटकी हैं. 2023-24 में एनएनएम-जीएनएम में नामांकन लेने वालों की परीक्षाएं फिलहाल रोकी गयी है. सबसे बड़ी बात यह है कि 2023-24 का नामांकन सितंबर 2023 में हुआ है और इस सत्र के विद्यार्थियों की सेकेंड इयर की पढ़ाई 30 सितंबर को खत्म हो जायेगी और एक अक्तूबर से थर्ड इयर की क्लास शुरू हो जायेगी. विद्यार्थियों के साथ ही झारखंड परिचारिका निबंधन परिषद (जेएनआरसी) से मान्यता प्राप्त स्कूल और नर्सिंग कॉलेज भी उहापोह की स्थिति में हैं. नये संशोधनों के बाद फंसा मामला स्वास्थ्य विभाग ने नये नियमों का हवाला देते हुए आवश्यक संशोधनों के साथ 15 नवंबर 2000 को नियम लागू किया है. 2020 से इसमें बदलाव लाया जाना था. इसमें पाठ्यक्रम का निर्धारण, नामांकन प्रक्रिया, सीटों का वर्गीकरण, शुल्क निर्धारण और परीक्षा संचालन में कई बदलाव लागू होने थे. अब इन्हीं नियमों को आधार बनाकर फिलहाल शैक्षणिक वर्ष 2023-24 की एनएनएम-जीएनएम की परीक्षाएं रोकी गयी हैं. नियमों के चक्कर में उलझी है फाइल झारखंड परिचारिका निबंधन परिषद का कहना है कि इस मामले में विभाग और परिषद दाेनों विद्यार्थियाें के हितों काे देखते हुए विभागीय मंजूरी के साथ जल्द परीक्षा लेने पर विचार कर रही है. 2023-24 बैच के लिए जेएनआरसी की ओर से फाइल 18 जुलाई को विभाग को भेजा गया है, इसकी प्रक्रिया चल रही है. इसके लिये परिषद की ओर से रिमाइंडर भी भेजा जा रहा है. साथ ही फर्स्ट इयर कॉमन मेरिट लिस्ट (सीएमएल ) वालों के लिए भी फाइल विभाग को भेजा गया है. हालांकि, फाइल एक महीने से विभाग में पड़ी हुई है. नये नियमों के तहत झारखंड कंबाइंड से जीएनएम और एएनएम से पास आउट विद्यार्थियों की ही परीक्षाएं आयोजित की जानी है. फिलहाल आवश्यक समझते हुए 2023 के पहले वाले बैच की परीक्षा ली जा रही है. हाल ही में बड़े पैमाने पर लंबे अरसे के बाद स्थायी नियुक्तियां निकली है. इसलिए सेंकेंड और थर्ड ईयर के विद्यार्थी इस दायरे में नहीं आते, इसलिए उन्हें इससे उन्हें छूट दी गयी है और उनकी परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं. हम विद्यार्थियों से अपील करेंगे कि वे सकारात्मक रहें, हम उनकी परीक्षा लेंगे. उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं हैं. दो बार फर्स्ट इयर का एग्जाम न्यूनतम अवधि में लेने में प्रश्नपत्र कठिन और आसान का मामला उठ सकता है. इसलिए हम चाहते हैं कि यह परीक्षा एक ही बार में संपन्न करायी जाये. प्रतिमा लकड़ा, निबंधक सह सचिव, झारखंड परिचारिका निबंधन परिषद
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

