रांची.
हजारीबाग सदर अस्पताल परिसर में चल रही संजीवनी कुटीर को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच खटराग है. स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी और हजारीबाग से भाजपा विधायक आमने-सामने हैं. मंत्री डॉ इरफान का कहना है कि भाजपा के लोग सरकारी अस्पताल में पार्टी कार्यालय चला रहे थे. सरकारी भवन का अतिक्रमण किया है. इसको हटाना जरूरी था. वहीं, हजारीबाग से भाजपा विधायक प्रदीप प्रसाद का कहना है कि संजीवनी जनसेवा का केंद्र था. यहां जरूरतमंदों की सेवा होती थी. कांग्रेस के मंत्री तुगलकी फरमान जारी कर रहे हैं. इसका विरोध होगा.सरकारी अस्पताल को पार्टी का अड्डा बना दिया : डॉ इरफान
स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने कहा है कि सरकारी अस्पताल को पार्टी का अड्डा बना दिया गया था. भाजपा के कार्यकर्ता और विधायक कानून को ताक पर रख करके अपनी मर्जी से अस्पताल चलाना चाहते थे. लेकिन, स्वास्थ्य व्यवस्था और मरीजों की जान से खिलवाड़ कतई स्वीकार्य नहीं है. इस कारण तथाकथित भाजपा कार्यालय को हटाना जरूरी था. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हेमंत सोरेन के राज में यह सब नहीं चलेगा. मुख्यमंत्री का धन्यवाद है कि उन्होंने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की. सरकारी संपत्ति पर विधायक ने अतिक्रमण किया था. संजीवनी कुटीर के जरिये भारतीय जनता पार्टी हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में राजनीति कर रही थी. भाजपा के कार्यकर्ता वहां नशा कर रहे थे. इससे वहां की शांति व्यवस्था भंग हो रही थी. डॉक्टर, नर्स, मरीज और उनके परिजन रात में दहशत के माहौल में रहने को मजबूर थे. मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में राजनीति करने का अधिकार किसी को भी नहीं है. ऐसा करनेवालों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जायेगी. सरकारी अस्पताल परिसर में संजीवनी कुटीर बनाना अतिक्रमण है और इसके खिलाफ कार्रवाई की गयी है. मंत्री ने आरोप लगाया कि संजीवनी कुटीर की आड़ में भाजपा के लोग अस्पताल में इलाज कराने आये लोगों को डरा, धमका और बरगला करके निजी अस्पताल में इलाज के लिए भेजने और कमीशनखोरी के काम में लगे थे.
इरफान अंसारी अनर्गल बात करते हैं : प्रदीप प्रसाद
हजारीबाग के विधायक प्रदीप प्रसाद ने कहा है कि स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी बददिमाग हैं. अनर्गल बात करते हैं. स्तरहीन राजनीति कर रहे हैं. जनविरोधी मंत्री हैं. अगर ऐसे लोग मंत्री बनेंगे, तो जनता को खामियाजा भुगतना ही पड़ेगा. कांग्रेस जैसी पार्टी के पास ऐसे ही लोग हैं. कांग्रेस को आम लोगों के हित से कोई लेना-देना नहीं है. राजनीतिक व लोकहित का विद्वेष पालने वालों को ऐसी जिम्मेवारी दी जा रही है.
विधायक श्री प्रसाद ने कहा कि संजीवनी केंद्र में पढ़े-लिखे युवक समाज सेवा में लगे थे. इस केंद्र में जरूरतमंदों के लिए दवा से लेकर सारी सुविधाएं मुहैया करायी जाती थीं. कोई सड़क दुर्घटना से पीड़ित व्यक्ति आया, तो उसका तुरंत इलाज कराया जाता था. सामाजिक दायित्व को लोग बखूबी निभा रहे थे. सरकारी अस्पताल में इलाज संभव नहीं होता था, तो मरीज को प्राइवेट में इलाज के लिए ले जाते थे. श्री प्रसाद ने कहा कि इसके निर्माण में आठ विधायक और दो सांसद की भूमिका थी. हजारीबाग और चतरा के सांसद इससे जुड़े थे. स्वास्थ्य मंत्री अगर साबित कर दें कि यहां भाजपा कार्यालय चलता था, तो मैं विधायक पद से इस्तीफा दे दूंगा. उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले का विरोध होगा. शुक्रवार को मौन जुलूस निकाला जायेगा. इसमें विधायक और सांसद शामिल होंगे. इस सरकार के खिलाफ लोग मौन विरोध जारी करेंगे. स्वास्थ्य मंत्री का ऐसा तुगलकी फरमान बर्दाश्त नहीं होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

