रांची. खान विभाग ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 11848.15 करोड़ रुपये की वसूली की है. जबकि, लक्ष्य 15500 करोड़ का था. यानी लक्ष्य के विरुद्ध 76 प्रतिशत ही वसूली हो सकी है. हालांकि, इसमें खनन भूमि पर लगाये गये सेस करीब 1380 करोड़ रुपये मिले हैं. वित्तीय वर्ष 2025-26 में खान विभाग ने 21900 करोड़ रुपये राजस्व वसूली का लक्ष्य रखा है. विभाग का मानना है कि सेस की दर बढ़ायी गयी है. वहीं, पावर प्लांटों को दिये जाने वाले कोयले पर भी बाजार दर से रॉयल्टी की वसूली होगी. इससे राजस्व दोगुना हो जायेगा.
झारखंड गठन के बाद से सर्वाधिक राजस्व
खान विभाग के अनुसार, झारखंड गठन के बाद वित्तीय वर्ष 2024-25 में सर्वाधिक राजस्व वसूली का रिकॉर्ड बना है. पिछले सात वर्ष का आंकड़ा विभाग ने जारी किया है. बताया गया कि वसूली के हिसाब से वित्तीय वर्ष 2025-26 में लक्ष्य लगभग दोगुना कर दिया गया है. इससे बड़ी रकम प्राप्त होने की उम्मीद है.
किस वर्ष कितने राजस्व की वसूलीचाईबासा में सर्वाधिक वसूली
चाईबासा में सर्वाधिक 2814.45 करोड़ रुपये की वसूली हुई है. यहां लौह अयस्क से 90 प्रतिशत राजस्व की प्राप्ति हुई है. वहीं, धनबाद में 1945.18 करोड़ रुपये की वसूली हुई है. यहां भी 90 प्रतिशत से अधिक राजस्व कोयला से प्राप्त होता है. राजधानी रांची में 107.85 करोड़ रुपये की वसूली हुई है. यहां कोयला और पत्थर से राजस्व प्राप्त होते हैं. वहीं, कोडरमा में 26.18, हजारीबाग में 968.91, गुमला में 77.03, खूंटी में 24.18, दुमका में 103.48, जामताड़ा में 21.13, लोहरदगा में 40.25, गिरिडीह में 75.85 व पलामू में 157.58 करोड़ रुपये की वसूली हुई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है