रांची. झारखंड में कफ सिरप के दुरुपयोग व नकली दवाओं के बढ़ते कारोबार पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने सख्ती से कार्रवाई के निर्देश दिये हैं. उन्होंने कहा कि इन खराब गुणवत्ता वाली दवाओं में पाये जाने वाले कोडीन और अल्कोहल जानलेवा है. इससे ब्रेन और लिवर खराब हो रहे हैं. मंत्री बुधवार को एनएचएम में स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयोजित समीक्षा बैठक में बोल रहे थे.
मंत्री ने कहा कि दवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए कोड के बिना इसे नहीं बेचने का निर्णय लिया गया है. सरकार ने 300 महत्वपूर्ण दवाओं के लिए कोड अनिवार्य कर दिया है. अब पेनकिलर, बुखार की दवा, प्लेटलेट बढ़ाने वाली दवा, शुगर व थायरॉयड की दवा, गर्भनिरोधक व विटामिन सप्लीमेंट्स जैसी प्रमुख दवाएं कोड के बिना बाजार में नहीं बिकेंगी. यह कोड हर दवा की असली पहचान, निर्माता, बैच नंबर, मैन्युफैक्चरिंग व एक्सपायरी तारीख की जानकारी देगा. इससे नकली दवा की पहचान तुरंत हो सकेगी.बिना रजिस्ट्रेशन के दवा बेचने पर लाइसेंस रद्द होगा
स्वास्थ्य मंत्री ने दवा दुकानों को चेतावनी देते हुए कहा कि बिना रजिस्ट्रेशन अगर किसी जगह दवा मिली, तो दुकान का लाइसेंस तुरंत रद्द करते हुए उसे सील किया जायेगा. इसके लिए उन्होंने ड्रग इंस्पेक्टरों को भी चेताया. उन्होंने मिलीभगत और भ्रष्टाचार रोकने के लिए तीन साल से एक ही पोस्टिंग पर जमे कर्मचारियों व स्वास्थ्य पदाधिकारियों का तबादला करने की भी बात कही.टेस्टिंग लैब का विस्तार होगा
राज्य में नकली दवाओं के कारोबार पर रोक लगाने के लिए स्टेट टेस्टिंग लैब का विस्तार होगा. दुमका, रांची, जमशेदपुर और पलामू में अत्याधुनिक फूड एवं मेडिसिन टेस्टिंग लैब स्थापित किये जायेंगे. अब दवाओं और खाद्य पदार्थों की जांच रिपोर्ट राज्य में ही बिना किसी देरी और गड़बड़ी के उपलब्ध होगी.लैब्स में ये सुविधाएं होंगी
– दवाओं की संरचना, शुद्धता और स्थिरता की जांच- जैविक परीक्षण से असर की पुष्टि- विषैले व एलर्जिक तत्वों की पहचान- प्रभावशीलता और गुणवत्ता की वैज्ञानिक पुष्टि- खाने-पीने की गुणवत्ता, होटल, मॉल और रेस्टोरेंट के उत्पादों के सैंपल टेस्टडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

