संवाददाता, रांची.
आदिवासी बचाओ मोर्चा के बैनर तले विभिन्न आदिवासी संगठनों ने सोमवार को कहा कि कुड़मी/ कुरमी संगठन समाज में भ्रम की स्थिति पैदा कर रहे हैं. आदिवासी बचाओ मोर्चा की ओर से सिरमटोली सरना स्थल में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव, देवकुमार धान, प्रेमशाही मुंडा सहित अन्य ने कहा कि हमलोग कुड़मी संगठनों की इस मांग का विरोध करते हैं. गीताश्री उरांव ने कहा कि 2004 के टीआरआइ की रिपोर्ट में भी बताया गया है कि कुड़मी आदिवासी नहीं हैं. इसके बाद भी केंद्र सरकार पर दबाव बनाने की राजनीति की जा रही है. सभी ने एकमत से कहा कि इस वक्त आपसी लड़ाई की जरूरत नहीं थी. आदिवासियों और मूलवासियों को मिलकर झारखंड के नवनिर्माण के लिए संघर्ष करना था. परंतु आदिवासी मूलवासी एकता को तोड़ने के लिए कुरमी समाज के कुछ नेताओं द्वारा आदिवासी बनने के नाम पर झारखंड में अराजक स्थिति पैदा की जा रही है. कहा कि कुड़मी संगठनों की मांग का कुछ आदिवासी नेताओं ने समर्थन किया है, उनका भी विरोध किया जायेगा. कहा कि 17 अक्टूबर 2025 को आदिवासियों के धार्मिक और सांस्कृतिक की रक्षा व जमीन लूट के विरोध में रांची उपायुक्त कार्यालय का घेराव किया जायेगा. संवाददाता सम्मेलन में आकाश तिर्की, अभय भुंट कुंवर, पवन तिर्की, राहुल तिर्की, संदीप तिर्की, संगीता तिर्की सहित अन्य उपस्थित थे.
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