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Jharkhand Budget 2025 Reactions: झारखंड बजट पर विपक्ष ने हेमंत सोरेन सरकार को घेरा, सत्ता पक्ष ने गिनायीं उपलब्धियां

Jharkhand Budget 2025 Reactions : झारखंड के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने सोमवार को सदन में बजट पेश किया. पक्ष-विपक्ष ने इस पर प्रतिक्रिया दी. सत्ता पक्ष ने जहां उपलब्धियां गिनायीं, वहीं विपक्ष ने सरकार को घेरा.

Jharkhand Budget 2025 Reactions: रांची-झारखंड के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने सोमवार को विधानसभा में बजट-2025 पेश किया. इस पर पक्ष-विपक्ष के तमाम नेताओं की प्रतिक्रिया देखने को मिली. झामुमो, कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के नेता बजट को ऐतिहासिक बता रहे हैं, जबकि विपक्ष इसे खोखले दावों वाला बता रहा है. विधानसभा के बाहर नेताओं ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.

शिक्षा का रोडमैप तय करने वाला बजट : रामदास सोरेन


बजट बहुत अच्छा रहा. यह सकारात्मक एवं स्वागत योग्य है. इस बजट के माध्यम से राज्य सरकार ने राज्य के विकास की गति को तेज करने के लिए कई कदम उठाये हैं. बजट को चाहे भारतीय जनता पार्टी खराब बताये, यह जनता की भावनाओं के अनुरूप है. चंपाई दा के दिमाग में कुछ डाल दिया गया है. स्कूली शिक्षा साक्षरता विभाग में जो भी 15,198 करोड़ का बजट है. यह संतुलित है. आने वाले एक वर्ष में यह शिक्षा का रोडमैप तय करेगा.

राज्य के विकास को और गति मिलेगी : प्रदीप यादव


बजट में झारखंड के लिए जो घोषणाएं की गयी हैं, उनसे राज्य के विकास को और गति मिलेगी. बजट में सरकार ने कल्याणकारी योजनाओं पर ज्यादा फोकस किया है. यह किसानों को खेतों की ओर ले जाने वाला कदम है. यह गरीब-गुरबा का बजट है. मोटे तौर पर सरकार फिर से एक बार गरीबों के कल्याणकारी हितों को देखते हुए बजट लायी है. आगे चलकर इसके कई दूरगामी परिणाम दिखायी देंगे.

अंतिम व्यक्ति के लिए सर्वाधिक सोच वाला बजट : सुदिव्य कुमार सोनू


वित्त मंत्री ने आज जो बजट प्रस्तुत किया, वह विकसित झारखंड के संकल्प की सिद्धि में मील का पत्थर साबित होगा. दुर्भाग्य है कि चंपाई दा खुद दिशाहीन हो गये हैं, जो इसकी आलोचना करते फिर रहे हैं, इसलिए उन्हें बजट भी दिशाहीन लग रहा है. राज्य सरकार के करीब 1 लाख 45000 हजार करोड़ के इस भारी भरकम बजट से सामाजिक विकास, गरीबों, वंचित और समाज के अंतिम व्यक्ति तक का विकास होगा. अगले एक साल में इस बजट से विकास के लक्ष्य को हासिल करेंगे.

वित्तीय प्रबंधन का बेहतर प्रावधान : दीपिका पांडेय सिंह


बजट में विकास के लिए काफी संभावनाएं हैं. कल्याणकारी योजनाओं पर जोर दिया गया है. महिला-बच्चों के लिए विशेष प्रावधान किये गये हैं. जहां विकास पहुंचना चाहिए, उसे पूरा किया गया है. एससी एडवाइजरी काउंसिल का प्रावधान किया गया है. भाजपा जब बजट का पूरा अध्ययन करेगी, तो उन्हें काफी चीजें स्पष्ट हो जायेंगी. बजट में गरीब, युवा, किसानों के हित में कई कदम उठाये गये हैं. बजट स्वागत योग्य है.

झारखंड के आर्थिक विकास का बजट : बंधु तिर्की


रांची. पूर्व मंत्री बंधु तिर्की ने कहा है कि बजट प्रदेश के विकास के साथ-साथ आम लोगों की खुशी को बढ़ाने वाला साबित होगा. इस बजट से तात्कालिक और दूरगामी प्रभाव भी होगा. उन्होंने वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर द्वारा विधानसभा में प्रस्तुत बजट को विकास और झारखंड के लोगों की जरूरतों के अनुरूप बताया. कहा कि बजट से आर्थिक विकास में वृद्धि होगी तथा रोजगार का भी भारी संख्या में सृजन होगा. श्री तिर्की ने कहा कि जिस प्रकार से सरकार चुनाव में किये गये अपने वायदे को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रही है, वह महत्वपूर्ण और सकारात्मक है.

विपक्ष ने बजट को बताया दिशाहीन


झारखंड के बजट पर विपक्ष ने सत्ता पक्ष को घेरा है. उसने कहा है कि यह बजट बिना विजन का है. दिशाहीन बजट है. आय बढ़ाने का प्रावधान नहीं है.

बजट पूरी तरह से दिशाहीन है : चंपाई सोरेन

बजट ऊपर से भारी-भरकम भले ही दिखायी देता है, अंदर से खोखला है. इसमें न तो आदिवासियों व न ही मूल वासियों के हितों की बात की गयी है. यह महज देखने में ही बड़ा बजट लग रहा है. सरकार आम लोगों को इसे अबुआ बजट बता रही है. लेकिन, इससे किसी का भी भला नहीं होने वाला है. यह पूरी तरह से झारखंडी भावनाओं के खिलाफ बजट है.

यह बिना विजन वाला बजट : बाबूलाल मरांडी


वित्त मंत्री ने पूरे बजट को पढ़ा ही नहीं. इसमें महज कविता पाठ किया गया है. सरकार के इस बजट में कोई भी जान नहीं दिखायी दे रहा है. न तो इसमें रोजगार, बेरोजगारी और गरीबी की कोई चर्चा है और न ही झारखंड के विकास का कोई मॉडल है. इसमें किसी और का ख्याल नहीं रखा गया है. सरकार की वही घिसी-पिटी बातें हैं.

बजट में आय बढ़ाने का कोई प्रावधान नहीं : सीपी सिंह


बजट आप देखें, उनका कहना है कि बजट में बहुत कुछ है, जो बाद में पता चलेगा. मैं कहता हूं इस बजट में महज कोरी बातें हैं. किसी भी वर्ग के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. हेमंत सोरेन सरकार को पूर्व में की गयी अपनी चुनावी घोषणाओं को इस बजट के माध्यम से पूरा करना चाहिए. बजट में बेरोजगारी भत्ता के वादे का कोई जिक्र नहीं.

विधवा पेंशन की राशि बढ़ायी जानी चाहिए : शशिभूषण मेहता


सरकार को बजट के माध्यम से सभी वर्गों के लिए कल्याणकारी कदम उठाने चाहिये थे, जो नहीं किया. इस बजट में विधवा पेंशन के लिए सरकार को ज्यादा राशि का प्रावधान करना चाहिए था, क्योंकि यह उनकी आवश्यकताओं की वास्तविक पूर्ति करता. इसकी जरूरत ज्यादा थी. बेरोजगारी और पलायन के लिए स्थानीय स्तर पर ठोस और कारगर कदम उठाया जाना चाहिए.

सरकार ने झूठ पर मैंडेट हासिल किया, वही दिखा : नवीन जायसवाल


इस सरकार को अन्य लोगों की चिंता नहीं है. इस सरकार ने झूठ पर मैंडेट हासिल किया है. अब अबुआ आवास-प्रधानमंत्री आवास में शिफ्ट हो रहा है. उसके नाम पर अब अबुआ आवास की ब्रांडिंग की जा रही है. 17 हजार करोड़ में से 13000 करोड़ मंईयां योजना के लिए रखा गया है. इसका मतलब अब वे इस योजना के लाभुकों की संख्या को कोई न कोई बहाना बनाकर घटायेंगे.

बजट में एक भी बात उल्लेखनीय नहीं : नीरा यादव


वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर द्वारा जो बजट पेश किया है, उसे अबुआ बजट बताया जा रहा था. बजट में युवाओं, बेरोजगारों के लिए कोई विजन नहीं है. हम लोगों को लग रहा था कि झारखंड के ग्रास रूट को ध्यान में रखकर यह बजट पेश किया जायेगा, लेकिन 44 पेज की किताब में एक भी बात उल्लेखनीय नहीं है. भाषण के अंत में यह कोरा कागज ही साबित हुआ. राज्य सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए केंद्र पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही है.

अबुआ नहीं यह बाबुओं का बजट : राज सिन्हा


भाजपा विधायक राज सिन्हा ने कहा यह अबुआ नहीं, बल्कि बबुआ या बाबुओं का बजट है. अगर यह कहा जाये की नयी बोतल में पुरानी शराब है, तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी. सरकार ने ग्रामीण विकास, पथ निर्माण, ऊर्जा, कृषि, जल संसाधन, पेयजल एवं स्वच्छता, गृह आपदा, स्वास्थ्य विभाग के बजट को घटा कर सिर्फ सरकारी राजस्व के दुरुपयोग करने के लिए करने के लिए महिला एवं बाल विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया है.

अबुआ आवास की तरह ही अबुआ झारखंड बजट : जयराम महतो


बजट में युवाओं के लिए कुछ खास नहीं किया गया है. विशेष कर मंईयां सम्मान योजना के हितों को देखते हुए बजट तैयार किया गया है. पूर्व की भांति ही बजट को प्रस्तुत किया गया है. इसमें कुछ नया नहीं है. एमाउंट काफी बड़ा है, लेकिन उस एमाउंट से कितनी नैतिकता के साथ इसका क्रियान्वयन किया जाता है, यह देखना होगा. यह अबुआ आवास की तहत ही अबुआ झारखंड बजट है.

यह सामान्य बजट, कोई नयी व्यवस्था नहीं : सरयू राय


सरकार द्वारा पेश किया गया यह बिल्कुल सामान्य बजट है. इस बजट से सरकार को आगे बढ़ाने में कोई खास मदद नहीं मिल सकेगी. इस बजट में ऐसा कुछ नहीं है, जिसे बताया जाये. पिछले बजट के आंकड़ों और राशि को देखने से पता चलता है कि बजट में जितनी राशि बतायी जाती है, उससे काफी कम खर्च होता है. अगर वास्तविक खर्च करने में सरकार कामयाब रहती है, तभी बजट का लाभ आम लोगों को मिल सकेगा.

दिन में सपने देख रही हेमंत सरकार : रघुवर


पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि यह गंधहीन, रंगहीन और दिशाहीन बजट है. बजट किसी राज्य का सिर्फ लेखा जोखा नहीं होता है, बल्कि वो राज्य की अर्थव्यवस्था को गति देनेवाला होता है. हेमंत सोरेन सरकार अब दिन में सपने देख रही है. अबुआ बजट में अबुआ को ही किनारे कर दिया गया है. इस बजट से सबसे अधिक निराश किसान और ग्रामीण हुए है. किसानों की ऋण माफी पर सरकार चुप है.

सरकार बताये क्या बजट लीक हुआ : प्रतुल शाहदेव


भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि बजट की बातें कैसे लीक हो गयीं. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता ने एक दिन पहले ही बजट का आकार 1,45,000 करोड़ बता दिया था और बजट की बारीकियां पर भी चर्चा की थी. हुआ भी वही. यह सीधे तौर पर एक अत्यंत ही गंभीर मामला बनता है. मुख्यमंत्री इसकी उच्च स्तरीय जांच सीबीआइ या एसीबी से कराने के आदेश दें.

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