Jharkhand Bandh: रांची-बीजेपी नेता अनिल टाइगर की दिनदहाड़े हत्या के खिलाफ कड़मियों में आक्रोश दिखा. गुरुवार को कुड़मी समाज सड़क पर उतरा और हत्या के खिलाफ विरोध दर्ज कराया. कुड़मी समाज ने जानकारी दी है कि साहिबगंज से लेकर मनोहरपुर तक झारखंड बंद के दौरान प्रदर्शन किया गया. झारखंड बंद सफल रहा. समर्थन में रांची में दुकानें बंद रहीं. सड़कों पर वाहन नहीं चले. धनबाद, बोकारो, गिरिडीह और हजारीबाग में कुड़मी समाज ने सड़क पर उतरकर आक्रोश प्रकट किया. कुड़मी समाज के अगुआ शीतल ओहदार ने कहा कि अनिल टाइगर की हत्या बहुत बड़ी साजिश है. रांची के कांके थाना क्षेत्र के कांके चौक पर बुधवार (26 मार्च 2025) की दोपहर में अनिल टाइगर की सरेआम हत्या कर दी गयी थी. इस मामले में पुलिस ने एक शूटर को गिरफ्तार किया है.
दुकानें रहीं बंद, सड़कों पर नहीं चले वाहन-कुड़मी समाज
रांची जिले के विकास चौक, कांके ,नगड़ी, ओरमांझी, अनगड़ा, नामकुम, बुंडू, सोनहातू, राहे, सिल्ली, ठाकुरगांव, रवि स्टील पंडरा समेत अन्य क्षेत्रों में बंद समर्थक सड़क पर उतरे. इन क्षेत्रों में बंद के समर्थन में दुकानें बंद रहीं और सड़कों पर वाहन नहीं चले. विभिन्न क्षेत्रों में कुड़मी समाज के लोगों ने घूम-घूम कर प्रतिष्ठानों को बंद रखने का आग्रह किया.

अनिल टाइगर की हत्या बहुत बड़ी साजिश-शीतल ओहदार
कुड़मी समाज के अगुआ शीतल ओहदार ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि अनिल टाइगर की हत्या बहुत बड़ी साजिश है. गिरफ्तार शूटर के उस बयान की उन्होंने निंदा की है जिसमें कहा गया है कि सुभाष जायसवाल की हत्या का बदला लिया गया है, जबकि सत्य यह है कि अनिल टाइगर का कभी किसी आपराधिक गतिविधियों से नाता नहीं रहा. वे एक बहुत ही नेकदिल, मृदुभाषी और स्वच्छ छवि के नेता थे. उनकी हत्या कर उनकी छवि धूमिल करने की साजिश कुड़मी समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा. रांची जिला प्रशासन का वक्तव्य बेबुनियाद है.
झारखंड बंद को सफल बनाने में इनकी रही भूमिका
झारखंड बंद को सफल बनाने में केंद्रीय अध्यक्ष शीतल ओहदार, राजेंद्र महतो, सखीचंद महतो, संजय लाल महतो, राजकुमार महतो, अनिल महतो, सोनालाल महतो, संदीप महतो, ओमप्रकाश महतो, रूपेश महतो, विराट महतो, अजय महतो, कमलेश ओहदार समेत बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल थे.
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