रांची. वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे-2025 का थीम ”अपने ब्लड प्रेशर को सही तरीके से मापें, नियंत्रित करें, लंबा जीवन जियें” रखा गया है. यानी ब्लड प्रेशर की जांच पर जोर दिया गया है. एनएफएचएस-पांच के आंकड़ों की मानें, तो झारखंड के 15.1 फीसदी पुरुष और 11.1 फीसदी महिलाएं हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित हैं.
रिम्स के डॉ संजय कुमार ने बताया कि हाई ब्लड प्रेशर की वजह स्ट्रेस के साथ-साथ खराब लाइफ स्टाइल और गलत खानपान है. अत्यधिक नमक का उपयोग और नमक की बढ़ी मात्रा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना इसका मुख्य कारण है. पैक्ड फूड और होटल कल्चर (घर पर खाना मंगाना) का इस्तेमाल बढ़ा है, जो ब्लड प्रेशर का कारण बन रहा है. इससे बचाव के लिए संयमित जीवनशैली अपनायें. अपनी दिनचर्या में व्यायाम और योग को शामिल करें. पौष्टिक व मौसमी फल और सब्जी का उपयोग प्रचूर मात्रा में करें.शहरी इलाके के पुरुष और गांव की महिलाएं ज्यादा पीड़ित
एनएफएचएस-पांच के आंकड़ों के अनुसार, शहरी इलाकों के पुरुष और गांव की महिलाएं ज्यादा बीपी की मरीज हैं. आंकड़ों के अनुसार शहर की 4.7 फीसदी और गांव की 5.1 फीसदी महिलाएं हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित है. वहीं, शहर के 6.5 फीसदी और गांव के छह फीसदी पुरुष हाई बीपी से पीड़ित हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है