रांची. जैक द्वारा आयोजित मैट्रिक परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने की घटना की कई छात्र संगठनों ने निंदा की है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से प्रदेश मंत्री मनोज सोरेन, कार्यालय मंत्री रोहित देव ने कहा है कि राज्य के लिए इस तरह की घटना चिंताजनक है. सभी परीक्षाएं रद्द करना समस्या का समाधान नहीं है. इस घटना की निष्पक्ष व विस्तृत जांच होनी चाहिए. पेपर लीक होने से विद्यार्थी व अभिभावक भी तनाव में रहते हैं. इधर अबुआ अधिकार मंच की ओर से अभिषेक शुक्ला ने कहा कि प्रश्न पत्र लीक होना दुर्भाग्यपूर्ण है. इसकी निष्पक्ष जांच हो व दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो.
अबुआ अधिकार मंचने मामले की सीबीआइ जांच कराने की भी मांग की, क्योंकि यह राज्य की शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा करता है. आजसू के प्रदेश अध्यक्ष ओम वर्मा ने राज्य के लिए इसे बेहद अफसोसजनक बताया. इसके लिए कड़े से कड़े कदम उठाने की मांग की है. राष्ट्रीय सुरक्षा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष निपू सिंह ने भी इसकी निंदा की है और पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है.जेएलकेएम का प्रदर्शन, सचिव को सौंपा पेपर लीक का सबूत
जेएलकेएम ने गुरुवार को जैक सचिव को पेपर लीक का सबूत साैंपा. हिंदी व विज्ञान विषय की परीक्षा रद्द करने की मांग की. जेएलकेएम के वरीय उपाध्यक्ष देवेंद्र नाथ महतो के नेतृत्व में जैक के समक्ष प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पेपर लीक से झारखंड राज्य कलंकित हुआ है. नैतिकता के आधार पर शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन और जैक अध्यक्ष डॉ नटवा हांसदा को अपने पद से तत्काल इस्तीफा देना चाहिए. साथ ही जैक पेपर लीक प्रकरण की जांच सीबीआइ से कराते हुए दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की गयी. कहा गया कि झारखंड में पेपर लीक का मामला थम नहीं रहा है. जैक ने अधिकारिक नोटिस जारी करते हुए हिंदी व विज्ञान विषय की परीक्षा को रद्द कर दिया. इससे स्पष्ट है कि पेपर लीक का आरोप सही पाया गया है. इस अवसर पर चंदन कुमार, खगेन, सुखदेव, लाल मोहन, रविंद्र, अभिषेक, पंकज, हरेन, प्रकाश उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है