रांची/लिट्टीपाड़ा. सिदो-कान्हू आदिवासी ओवर रकाब संगठन की ओर से शनिवार को जामजोरी पंचायत के सिमलजोड़ी गांव में जन चौपाल का आयोजन किया गया. इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आदिम जनजाति पहाड़िया एवं आदिवासी महिला-पुरुषों से सीधा संवाद किया. उन्होंने राज्य में पेसा कानून लागू करने की मांग सरकार से की. रघुवर दास ने कहा कि आदिवासी पहाड़िया बहुल क्षेत्र झारखंड में पेसा कानून लागू होना जरूरी है. इस क्षेत्र का विकास सिर्फ ग्रामसभा के माध्यम से ही संभव है और ग्रामसभा को सशक्त बनाने के लिए राज्य में पेसा कानून लागू करना बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि अगर पेसा कानून लागू नहीं होता है, तो आदिवासी अस्तित्व भी खतरे में पड़ जायेगा. एक आदिवासी मुख्यमंत्री होकर भी अगर सरकार पेसा कानून लागू करने से बच रही है, तो उसे आदिवासियों की हितैषी कहने का कोई हक नहीं है. उन्होंने कहा कि अब आदिवासी समाज को खुद अपने हक के लिए आवाज बुलंद करनी होगी. रघुवर दास ने कहा कि यह सरकार सिर्फ अपनी मतपेटी भरती है और आपको मौत की पेटी में छोड़ देती है. आने वाले समय में सोच-समझकर अपने मताधिकार का प्रयोग करें.
जलसंकट पर चिंता जतायी
उन्होंने क्षेत्र में जलसंकट पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि झारखंड का एकमात्र विधानसभा क्षेत्र लिट्टीपाड़ा है, जहां 2017 में 217 करोड़ रुपये की जलापूर्ति योजना स्वीकृत की गयी थी. ताकि, लोगों को तीन-चार किलोमीटर दूर से पानी न लाना पड़े. लेकिन, आज तक यह योजना अधूरी है. यह सरकार सिर्फ योजनाओं को ठप करने का काम करती है. कार्यक्रम में भाजपा नेता साहेब हांसदा, मिसफीका हसन, जिलाध्यक्ष अमृत पांडेय आदि मौजूद थे.
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