रांची.
झारखंड भाजपा ने जिला संगठन में बड़े बदलाव की संभावनाओं से इनकार किया है. पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि इस बार संगठनात्मक फेरबदल सीमित दायरे में ही रहेगा. केवल निष्क्रिय और कमजोर प्रदर्शन करने वाले जिलाध्यक्षों को ही बदला जायेगा. फिलहाल प्रदेश भाजपा में संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया चल रही है. मंडल अध्यक्षों के गठन की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. पार्टी की ओर से 517 मंडल अध्यक्षों की घोषणा एक साथ करने की तैयारी चल रही है. मंडल अध्यक्षों के नाम की घोषणा होते ही 27 संगठनात्मक जिलों में अध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस बार जिला संगठन में व्यापक बदलाव नहीं करने की तैयारी है. केंद्रीय नेतृत्व भी इसका पक्षधर है.संगठन को मजबूत करने के लिए भाजपा परिणाम आधारित बदलाव करने की तैयारी कर रही है
पार्टी का मानना है कि जिलों में गठित कमेटी एक साल पहले ही बनी है. सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद कमेटी का गठन हुआ था. ऐसे में पार्टी इन्हें और काम करने का मौका देना चाहती है. हालांकि, संगठन को मजबूत करने के लिए भाजपा परिणाम आधारित बदलाव करने की तैयारी कर रही है, जिससे कार्यकर्ता वर्ग में उत्साह बना रहे. एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने बताया कि जो जिलाध्यक्ष लंबे समय से सक्रिय नहीं हैं, पार्टी की गतिविधियों में रुचि नहीं ले रहे हैं या कार्यकर्ताओं से संवाद नहीं बना पा रहे हैं. ऐसे पदाधिकारियों को हटाकर नयी ऊर्जा लाने की कोशिश की जायेगी. यह भी माना जा रहा है कि जिन जिलों में संगठन लगातार कमजोर प्रदर्शन कर रहा है, वहां पर नये नेतृत्व को मौका दिया जा सकता है.
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