रांची. बीआइटी मेसरा में बीटेक में एडमिशन के नाम पर एक पूर्ववर्ती छात्र ने अरगोड़ा हाउसिंग कॉलोनी निवासी प्यारे लाल साहू से 2.15 लाख रुपये की ठगी कर ली. मामला वर्ष 2023 का है. जब एडमिशन नहीं हुआ तो काफी कहने के बाद उसने 1.21 लाख रुपये वापस कर दिये, लेकिन अब भी 84 हजार रुपये लौटाने में टालमटोल कर रहा है. इस संबंध में प्यारे लाल साहू ने बीआइटी ओपी में प्राथमिकी दर्ज करायी है. उन्होंने बताया कि वे अपने पुत्र के लिए बीआइटी मेसरा में एडमिशन के प्रयास में थे. उसी दौरान उन्हें जानकारी मिली कि एक छात्र जो खुद को बिटोसा का सचिव बताता है उसकी बीआइटी कैंपस में अच्छी जान-पहचान है. उसने उन्हें कैंटीन में बुलाया और कहा कि वह ऑफिशियल कोटा से उनके पुत्र का एडमिशन करा देगा. उसके झांसे में आकर वादी ने रुपये दे दिये. लेकिन जब एडमिशन नहीं हुआ तो उन्होंने पैसे वापस मांगे. कुछ राशि लौटाई गयी, लेकिन 84 हजार रुपये अब भी बकाया हैं. वादी ने पुलिस से छात्र से शेष राशि वापस दिलाने की गुहार लगायी है.
गोल्ड सेविंग स्कीम के नाम पर ठगी, दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज
रांची. रातू रोड निवासी पंकज मिश्रा ने गोल्ड सेविंग योजना के नाम पर ठगी के आरोप में ज्वेलरी दुकान के संचालक विनोद वर्मा और श्वेता वर्मा के खिलाफ लोअर बाजार थाना में केस दर्ज कराया है. शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि उन्होंने योजना के तहत पहले 30 अक्तूबर 2013 से 182 माह तक प्रतिमाह 1000 रुपये जमा किये. इसके बाद योजना का नवीकरण कर 23 माह तक प्रतिमाह 1500 रुपये जमा किये. इस अवधि में उनका कुल 22 कैरेट का 20.323 ग्राम सोना जमा हुआ. योजना पूरी होने पर उन्हें सोने की आवश्यकता नहीं थी, इसलिए उन्होंने सोना दुकान में ही छोड़ दिया. इसके बदले उन्हें बताया गया कि हर छह माह में उनके बचत सोना में 1500 रुपये मूल्य का सोना जोड़ दिया जायेगा. इस तरह उनका कुल जमा सोना करीब 27–28 ग्राम हो गया. लेकिन ज्वेलरी दुकान द्वारा उन्हें सोना नहीं लौटाया गया. अब पुरानी दुकान बंद कर नये नाम से दुकान चलायी जा रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

