रांची, मनोज सिंह : बीते खरीफ के मौसम में राज्य के 226 प्रखंडों में सूखा पड़ा था. इस कारण किसानों की फसल नुकसान हुआ. झारखंड की मुख्य फसल धान नहीं लग पाया. इसके बाद राज्य सरकार ने किसानों को सूखा राहत देने की घोषणा की. किसानों को सूखा राहत योजना के तहत आवेदन करने को कहा. अब तक 32.50 लाख से अधिक किसानों ने सूखा राहत के लिए आवेदन किया है. इनको सूखा राहत का इंतजार है. इसमें से करीब 13.17 लाख किसानों को राज्य सरकार ने अपने स्तर से 3500-3500 रुपये सूखा राहत सहयोग के रूप में दिया है. किसानों और सूखा राहत देने के लिए केंद्र सरकार से करीब 9500 करोड़ रुपये की मांग की है. इस मांग के एवज में भारत सरकार की एक उच्चस्तरीय टीम ने राज्य के कई जिलों का दौरा भी दिसंबर माह में किया है.
केवल संताल से ही 12 लाख से अधिक किसानों ने किया आवेदन
सूखा राहत पोर्टल पर केवल संताल परगना से ही 12 लाख से अधिक किसानों ने आवेदन किया है. राज्य में कुल 32.50 लाख आवेदनों में 17 लाख ऐसे किसान हैं, जिन्होंने बुआई ही नहीं की है. करीब नौ लाख ऐसे किसान हैं, जिनकी फसल की क्षति 30 फीसदी से अधिक हुई है. वहीं, 5.35 लाख भूमिहीन कृषक हैं, जिनके पास अपनी कृषि योग्य भूमि नहीं है, लेकिन कहीं न कही खेतों में मजदूरी करते थे.
किस प्रमंडल में कितना आवेदन
प्रमंडल - बुआई नहीं की - 33% नुकसान - भूमिहीन कृषक
कोल्हान - 31133 -111118 - 30458
उत्तरी छोटानागपुर - 496471 - 272241 - 112359
पलामू - 353154 - 211050 - 80421
संताल परगना - 723284 - 210841 - 274043
द छोटानागपुर - 105821 - 194734 - 38613