प्रतिनिधि, चान्हो.
झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा रांची जिला की बैठक गुरुवार को चामा में हुई. इसमें झारखंड अलग राज्य के आंदोलनकारियों को राजकीय मान सम्मान, अलग पहचान, बेटा-बेटी के लिए रोजी-रोजगार व नियोजन की गारंटी तथा चिन्हितिकरण में जेल जाने की बाध्यता समाप्त करते हुए सम्मान पेंशन की राशि 50-50 हजार रुपया देने तथा झारखंड आंदोलनकारी कल्याण बोर्ड गठित करने की मांग की गयी. बैठक में 24 अप्रैल को रांची विधानसभा स्थित विधायक क्लब में झारखंड आंदोलनकारियों के स्वाभिमान से जीने व मरने के अधिकार के सवाल को लेकर सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया गया. मौके पर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के संस्थापक प्रधान सचिव पुष्कर महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड आंदोलनकारियों का दुख-सुख का साथी बनें, उन्हें समझें व उनकी समस्याओं का समाधान करें. केंद्रीय सचिव दिनेश राम ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों को अपने अस्तित्व व अस्मिता की लड़ाई स्वयं लड़नी है. संयोजिका पुष्पा बरदेवा प्रमुख ने कहा कि झारखंड अलग राज्य की लड़ाई में महिलाओं का भी बड़ा योगदान रहा है. लेकिन महिलाओं को जो मान-सम्मान मिलना चाहिए, उससे वह आज भी वंचित हैं. मौके पर दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के सह प्रभारी अनथन लकड़ा, सुजीत कुमार राम, महावीर गंझू, बिंदे राम, बूटन गंझू, शिव बालक लोहरा, शंकर उरांव, आबिद अंसारी, बुद्धमनी देवी, एतवारी देवी, फिलमोन, बेंजामिन तिर्की, तेजू उरांव, महेंद्र लोहरा, महेश लोहरा, भूटन गंझू, चुंदा उरांव, सुखी उरांव सहित अन्य मौजूद थे.चामा में झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा रांची जिला की बैठकडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

