रांची. राष्ट्रीय जल परियोजना के तहत ज्यूडिशियल अकादमी के बगल में स्टेट डाटा सह ट्रेनिंग सेंटर एवं वाटर क्वालिटी लैब खुला. इसका उदघाटन जल संसाधन मंत्री हफीजुल हसन ने किया. यहां आम लोग भी पानी की गुणवत्ता की जांच करा सकेंगे. इसके लिए कुछ राशि का भुगतान करना होगा. इस मौके पर मंत्री ने कहा कि झारखंड के कई इलाकों में पानी दूषित हो गया है. स्वच्छ पानी सबकी जरूरत है. इसके लिए प्रयास करना सरकार का कर्तव्य है. इसके लिए नगर विकास, पेयजल स्वच्छता व अन्य विभाग के अधिकारियों को उच्च स्तर का प्रशिक्षण दिया जायेगा. मंत्री ने कहा कि झारखंड में पानी की कमी नहीं है. पूरे देश में सबसे अधिक बारिश वाले राज्यों में झारखंड शामिल है. इसके बावजूद यहां का पानी बहकर चला जाता है. इसको कैसे रोका जाये, इसका प्रशिक्षण भी अधिकारियों को दिया जायेगा. स्टेट डाटा सेंटर में आधुनिक तकनीक के माध्यम से राज्य के भू-जल और यहां की नदियों व डैम से संबंधित सारे आंकड़े रखे जायेंगे. इस मौके पर विभागीय सचिव प्रशांत कुमार, निदेशक एस समीरा आदि मौजूद थे.
कुंभ में हजारों की हुई मौत : मंत्री
इस मौके पर पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए मंत्री हफीजुल अंसारी ने कहा कि कुंभ में 25 से 30 हजार लोगों की मौत हुई है. मरे हुए लोगों को जेसीबी से निकाला गया था. आज भी सैकड़ों वाहन वहां लावारिस पड़े हैं. इस पर भी केंद्र को सोचना चाहिए. मंत्री ने केंद्र द्वारा वृद्धा पेंशन का अंशदान नहीं दिये जाने का भी विरोध किया. कहा कि जब तक केंद्र सरकार पैसा नहीं दे रही है, तब तक राज्य सरकार को अपना अंशदान वृद्धों को देना चाहिए.
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