Chhath Puja 2025, रांची : झारखंड में शनिवार से शुरू हो रहे चार दिवसीय छठ महापर्व की तैयारियां जोर-शोर से अंतिम चरण में हैं. इसे लेकर हेमंत सोरेन कैबिनेट के मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने शुक्रवार को छठ घाटों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को शेष कार्य पूरा करने का निर्देश दिया. चार दिवसीय महापर्व शनिवार को ‘नहाय खाय’ के साथ शुरू होगा. 26 अक्टूबर को ‘खरना’, 27 अक्टूबर को ‘संध्या अर्घ्य’ और 28 अक्टूबर को ‘उषा अर्घ्य’ के साथ इसका समापन होगा.
श्रद्धालुओं को किसी तरह की न हो परेशानी ये हम सुनिश्चित कर रहे हैं: मंत्री सुदिव्य सोनू
मंत्री सुदिव्य सोनू ने कहा, “हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि छठ पूजा के दौरान राज्य में श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े. छठी मैया का आशीर्वाद सभी झारखंडवासियों पर सदैव बना रहे.” उन्होंने बताया कि छठी मैया की पूजा लोक आस्था, पवित्रता और अनुशासन का प्रतीक है.
Also Read: 16वीं सदी में बना ये सूर्य मंदिर, जहां का तालाब आज तक नहीं सूखा! छठ में उमड़ती है लोगों की भीड़
रांची में 73 छठ घाट और 50 अस्थायी घाट तैयार
सोनू ने आगे कहा, “यह त्योहार सामाजिक सद्भाव और जनभागीदारी का प्रतीक है. सरकार का उद्देश्य यह है कि प्रत्येक श्रद्धालु बिना किसी कठिनाई के आस्था और भक्ति के साथ पूजा कर सके.” रांची नगर निगम (आरएमसी) के आयुक्त सुशांत गौरव ने बताया कि नगर निकाय ने 73 छठ घाट और 50 अस्थायी घाट तैयार किए हैं, ताकि 27 अक्टूबर की शाम को व्रतधारी श्रद्धालु डूबते सूर्य को पहला अर्घ्य अर्पित कर सकें. घाटों की सफाई, सीढ़ियों की मरम्मत और रंगाई का काम अंतिम चरण में है. प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है और आपातकालीन बिजली आपूर्ति के लिए जनरेटर की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी.
हमारा पूरा ध्यान जलाशयों की सफाई पर : सुशांत गौरव
सुशांत गौरव ने कहा, “हमारा पूरा ध्यान सभी चिह्नित जलाशयों की सफाई और तालाबों की सीढ़ियों की मरम्मत पर है. हम लोगों से घाटों पर सफाई बनाए रखने की अपील भी करना चाहते हैं.”
Also Read: छठ पूजा पर झारखंड के 1000 साल पुराने सूर्य मंदिर में उमड़ती है भीड़, जानें इसकी खासियत

