रांची (प्रमुख संवाददाता). विधानसभा में दो दिनों तक चली वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट चर्चा में पक्ष-विपक्ष के 15 सदस्यों ने हिस्सा लिया. बुधवार को चर्चा में सत्ता पक्ष के विधायकों ने बजट को गरीबों के कल्याण का दर्पण बताया. वहीं भाजपा विधायकों ने कम समय दिये जाने का आरोप लगाते हुए वॉक आउट किया.
सबको आर्थिक रूप से मजबूत कर रही सरकार
झामुमो विधायक समीर मोहंती ने कहा कि यह बजट सिर्फ दस्तावेज नहीं, गरीबों के कल्याण का दर्पण है. सरकार ने गरीब, दलित, पिछड़े वर्गों के उत्थान को लेकर ठोस कदम उठाया है. उन्होंने कहा कि विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले पांच साल के बाद इनके आचरण में बदलवा आया है. पहले दूसरी पाली में ये लोग नजर नहीं आते थे. राज्य की जनता ने इन्हें सबक सीखा दिया. जनता ने यह भी बताने का काम किया है कि राज्य का विकास हेमंत सोरेन सरकार ही कर सकती है. बजट में वित्तीय प्रबंधन का खास ख्याल रखा गया है. हेमंत सरकार अंगूठा छाप को भी पैसा देकर उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करने का काम कर रही है.झारखंड को सहयोग नहीं करना चाहता केंद्र
कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कहा कि केंद्र सरकार झारखंड को सहयोग नहीं करना चाहती है. पीएम आवास योजना में किया गया भेदभाव इसका स्पष्ट प्रमाण है. विधायक जनार्दन पासवान ने कहा कि बजट में नया कुछ नहीं है. निर्मल महतो ने कहा कि सरकार ने अधिकांश विभागों के बजट में कटौती करने का काम किया है. युवाओं को ठगा गया है. विधायक जयराम महतो ने कहा कि सशक्त नियोजन नीति नहीं रहने के कारण बजट से राज्य के युवा हार गये. इसमें राज्य के युवाओं के लिए कुछ नहीं है. कविता के माध्यम से कहा कि एक नौकरी की वजह से सिंकदर हार गया, युवा हार गया. बजट में प्रवासी मजदूरो की पीड़ा सिर्फ एक वाक्य में की गयी है. वहीं झामुमो विधायक जगत मांझी व कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप ने बजट की सराहना की.पिछले बजट की घोषणाओं को पूरा करने का रोड मैप नहीं
भाजपा विधायक नीरा यादव ने कहा कि बजट में 2029 तक 10 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन पिछले बजट की घोषणाओं को पूरा करने का कोई रोड मैप नहीं दिखता है. केंद्र सरकार झारखंड को पलकों पर बिठा कर रखी है. रेलवे, हवाई सुविधा, एनएच के मद में यूपीए सरकार की तुलना में झारखंड कई गुणा अधिक राशि प्रदान करने का काम किया है. हेमंत सरकार झारखंड के सीधे साधे लोगों को गुमराह करने का काम कर रही है. गुरुजी क्रेडिट कार्ड का लाभ किसी को नहीं मिल रहा है. पेट्रोल सब्सिडी योजना के नाम पर यहां के गरीबों के साथ विश्वासघात किया गया. यह योजना फ्लॉप साबित हुई. हमने हाथी उड़ाने का हौसला दिखाया, आप चिड़िया भी नहीं उड़ा रहे. विधायक सरयू राय ने कहा कि बजट का आकार बड़ा नहीं वास्तविक होना चाहिए, ताकि प्रावधानित राशि खर्च हो सके. वित्तीय वर्ष 2020-21 की घोषणाएं पूरी नहीं हुई है. कई योजनाओं को दोहराया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है