रांची.
यास तूफान के दौरान सोनाहातू इलाके में कांची नदी पर बने पुल के क्षतिग्रस्त हिस्से की अब तक मरम्मत नहीं की जा सकी है. कांची नदी में हराडीह-बूढ़ाडीह पुल गिर गया था. इसके बाद बामलाडीह पुल भी क्षतिग्रस्त हुआ था. इन दोनों पुलों के नहीं बनने से इलाके में आवागमन बुरी तरह प्रभावित हो गया है. कांची नदी के इस पार से उस पार जाना मुश्किल है. ज्ञात हो कि यास तूफान से क्षतिग्रस्त होने पर इसे आपदा का मामला मानते हुए मरम्मत कराने का अनुरोध भारत सरकार से किया गया था.क्या है मामला
वर्ष 2021 में यास तूफान से पुल क्षतिग्रस्त हुआ था. ऐसे में राज्य के ग्रामीण कार्य विभाग ने आपदा प्रबंधन विभाग को इसकी मरम्मत की दिशा में पहल करने को लिखा था. विभाग ने हराडीह-बूढ़ाडीह पुल, बामलाडीह पुल सहित अन्य की सूची भी भेजी. आपदा प्रबंधन विभाग ने तूफान से क्षतिग्रस्त हुए पुलों से केंद्र सरकार को अवगत कराया और इसके लिए करीब 65 करोड़ की मांग की. भारत सरकार ने झारखंड के आपदा प्रबंधन विभाग को लिखा कि चूंकि इस मद का 200 करोड़ रुपये राज्य के पास है. ऐसे में इस राशि से ही जरूरत के मुताबिक काम करायें. यह कार्य कमेटी बना कर करने को कहा था, लेकिन अब तक मरम्मत नहीं करायी गयी. यह तय हुआ था कि क्षतिग्रस्त पुलों की मरम्मत से संबंधित डीपीआर तैयार करा कर दिया जाये. इसके बाद भी मामला लटका रह गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

