रांची. झामुमो ने कहा है कि गिरिडीह में उपद्रव और हिंसा फैलाने की साजिश को जिला प्रशासन ने नाकाम कर दिया. तत्परता दिखाते हुए प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की. समाज में नफरत फैलाने की साजिश असफल हो गयी. झामुमो के केंद्रीय महासचिव व प्रवक्ता विनोद कुमार पांडेय ने कहा कि होली के दिन गिरिडीह के घोड़थंबा में प्रशासन ने प्रभावी कार्रवाई की. लेकिन नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी और भाजपा के लोग हर घटना पर राजनीतिक रोटी सेंकना चाहते हैं. भाजपा जिस प्रकार के राजनीतिक चरित्र का प्रदर्शन कर रही है, वह श्री मरांडी के बयानों से उजागर हो रहा है. इन्हें राज्य में अमन-चैन पसंद नहीं है. झामुमो नेता ने कहा कि झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार में भोली-भाली जनता को उकसाने का प्रयास कभी सफल नहीं होगा. कुछ लोग प्रशासन पर दबाव बनाना चाहते हैं. इस प्रकार की सांप्रदायिक मानसिकता रखने वालों के खिलाफ प्रशासन को कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि भाजपा लोगों को धर्म, जाति, समुदाय में बांट कर विद्वेष फैलाने के लिए साजिश रचने से बाज आने वाली नहीं है. जनता के विकास और उन्नति के लिए भाजपा नेताओं के पास कोई सकारात्मक सोच नहीं है. उनके नेताओं के पास राज्य के विकास के लिए का कोई विजन नहीं है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कुशल नेतृत्व में राज्य प्रगति कर रहा है, तो भाजपा के नेताओं को यह पच नहीं रहा है. भाजपा हर मामले को सांप्रदायिक चश्मे से देखती है. चुनाव में जनता ने इनका सूपड़ा साफ कर दिया. राज्य के किसान, मजदूर, गरीब, आदिवासी, मूलवासी, महिलाओं, अल्पसंख्यक, पिछड़ों के विकास के लिए भाजपा के नेता कभी आगे नहीं आते हैं. ये केवल पूंजीपतियों के लिए राजनीति करते हैं. भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा पिछले विधानसभा चुनाव में बेनकाब हो चुका है. दूसरी ओर राज्य के हर वर्गों के कल्याण, राज्य में संसाधनों के विकास, स्वास्थ्य और शिक्षा के साथ कानून व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त रखते हुए हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार अपने हर वादे को निभाने के पथ पर अग्रसर है.
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