रांची. प्लाजा सिनेमा हॉल सभागार बुधवार को रवींद्र संगीत से सराबोर रहा. आकाश भोरा सुरजो तारा…, आजी झॉरो झॉरो मुखरो बादोरो दिने…, श्राबोनेर गॉगोनेर गाय…, हिमेरो राते ओई गॉगोनेर… जैसे रवींद्र संगीत से बंग समुदाय ने कविगुरु रवींद्र नाथ टैगोर को श्रद्धांजलि दी. अवसर था कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर की 163वी जयंती. यह आयोजन यूनियन क्लब एंड लाइब्रेरी ने किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता गौतम भट्टाचार्य ने की. उन्होंने कहा कि कविगुरु ने छह ऋतुओं का वर्णन अपनी कविताओं और लेख में किया है, जिसे आज संगीत और नृत्य के माध्यम से व्यक्त किया जा रहा है. कार्यक्रम में क्लब सदस्य प्रणति लहरी, पारोमिता चौधरी, रूमा चटर्जी, चैताली सरकार, अनुराधा घोष, मौसमी भट्टाचार्य, अभिजीत विश्वास, उत्पल सिन्हा आदि ने मनमोहक संगीत प्रस्तुति दी. नवनीत सान्याल, सेबी मुखर्जी, सुरजीत व तृषा तान्या सेन के निर्देशन पर अद्रिजा चटर्जी व टीम ने नृत्य नाटिका पेश किया. शिप्रा भट्टाचार्य ने भाष्य पाठ किया. कार्यक्रम का निर्देशन प्रवीर कुमार लहरी ने किया. इस अवसर पर मानस रंजन मुखर्जी, सुपर्णा चटर्जी, क्लब के सचिव श्वेतांक सेन, विश्वजीत भट्टाचार्य, डॉ पंपा सेन विश्वास मौजूद थे.
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