रांची. कांके में प्रस्तावित रिम्स-2 की जमीन पर कृषि विभाग ने भी दावा किया है. यह जमीन फिलहाल बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कब्जे में है. यहां बीएयू का रिसर्च फॉर्म है. स्वास्थ्य विभाग ने भी इसी जमीन पर रिम्स-2 बनाने का निर्णय लिया है. सरकार ने इस जमीन को चिह्नित करने का आदेश जिला के उपायुक्त को दिया है. उपायुक्त ने कांके के सीओ से इसकी मापी कर पूरी रिपोर्ट मांगी है. इस जमीन को लेकर पूर्व में रिनपास प्रबंधन और बीएयू के बीच भी विवाद हुआ है. एक बार रिनपास प्रबंधन ने इस मामले में थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. रिनपास का दावा है कि उनके करीब 110 एकड़ जमीन पर बीएयू खेती करा रहा है. 21 जनवरी को मंत्री ने किया था निरीक्षण : कांके में रिनपास की जमीन पर रिम्स-2 बनाने के लिए जमीन का निरीक्षण विभागीय मंत्री और अपर मुख्य सचिव ने किया था. यहां 1074 करोड़ की लागत से 110 एकड़ में 700 बेड का रिम्स-2 प्रस्तावित है. रिम्स-2 में 100 यूजी और 50 पीजी सीटों पर पढ़ाई होगी. 200 से 250 बेड सुपर स्पेशियलिटी की होगी. कार्डियक, न्यूरो, नियोनेटल और नेफ्रो के मरीजों का विशेष इलाज होगा. इसके अलावा अन्य मरीजों का भी इलाज होगा. वर्जन… जमीन के विवाद पर कृषि विभाग और बीएयू के कुलपति के साथ बैठक हुई है. खतियान के अनुसार जमीन में रिनपास दर्ज है. यह 1932 के खतियान के आधार पर है. फिलहाल यह बीएयू के कब्जे में है. बीएयू को जमीन किसी कारण से ही मिला होगा. सीओ से कहा गया है कि जांच कर सभी जमीनों की स्थिति स्पष्ट करें. रिनपास और बीएयू की जमीन अलग-अलग की जाये. इस पर आगे भी उच्च स्तरीय बैठक होगी. रिनपास के परिसर में ही रिम्स-2 का निर्माण होगा. अजय कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग रिम्स-टू जमीन का विवाद सलटा लिया गया है. सीओ से ठोस रिपोर्ट मांगी गयी है. यहां के लोगों के लिए जो रिम्स-टू का वादा किया गया है, उसे निश्चित रूप से पूरा किया जायेगा. दोनों विभाग हमलोगों का ही है. यह क्लेश की कोई बात नहीं है. डॉ इरफान अंसारी, मंत्री, स्वास्थ्य विभाग
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