रांची.
सीसीएल मुख्यालय, रांची में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर एक जनवरी से 15 नवंबर तक चल रहे जनजातीय गौरव वर्ष के तहत कार्यक्रम किया गया. निदेशक (वित्त) पवन कुमार मिश्रा ने कहा कि भारतीय संस्कृति में जनजातीय परंपराएं हमारी अमूल्य धरोहर है. जनजातीय गौरव वर्ष पखवाड़ा के आयोजन का उद्देश्य बिरसा मुंडा जैसे वीर सपूतों का योगदान स्मरण करना है. निदेशक (मानव संसाधन) हर्ष नाथ मिश्र ने कहा कि भगवान बिरसा का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणा है. निदेशक(तकनीकी, संचालन) सीएस तिवारी ने कहा कि अंग्रेजों की गुलामी से मुक्ति दिलाने के लिए भगवान बिरसा ने प्राणों की आहुति दी. भगवान बिरसा मुंडा के जीवन पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म प्रदर्शित की गयी. लोक कलाकारों व उनकी टीम ने स्थानीय भाषाओं में लोकगीतों की मोहक प्रस्तुति दी. इस अवसर पर सीसीएल सरना समिति के सदस्यों द्वारा मुख्य अतिथियों का स्वागत पारंपरिक सरना गमछा से किया गया. कार्यक्रम डॉ मनोज अगरिया (नोडल अधिकारी, झारखंड राज्य ओपन यूनिवर्सिटी, रांची), प्रेमचंद उरांव (असिस्टेंट प्रोफेसर, कार्तिक उरांव महाविद्यालय, गुमला), डॉ प्रीति तिग्गा (गांधीनगर अस्पताल) समेत अन्य शामिल हुए.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

