मौसम विज्ञान केंद्र में इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल
रांची. मौसम विज्ञान केंद्र में विज्ञान से समृद्धि, आत्मनिर्भर भारत के लिए इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल 2025 की जानकारी देने (कर्टेन रेजर) के लिए गुरुवार को कार्यक्रम किया गया. बतौर मुख्य अतिथि बिरसा मुंडा हवाई अड्डा के निदेशक अनिल कुमार कश्यप ने विद्यार्थियों व लोगों को विज्ञान का महत्व समझाया और इसे आत्मसात करने का मंत्र दिया. इससे पूर्व केंद्र प्रमुख डॉ बाबूराज पीपी (वैज्ञानिक-डी) ने आगंतुकों का स्वागत करते हुए विद्यार्थियों को विज्ञान में और रुचि लेने और अपने दैनिक जीवन में विज्ञान की भूमिका को पहचानने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि भारत-अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव 2025 का आयोजन छह से नौ दिसंबर 2025 तक पंचकूला-चंडीगढ़ में होनेवाला है. जहां विद्यार्थी, शिक्षाविद, शोधार्थी, विज्ञान प्रदर्शनी, प्रतियोगिताएं, इंटरेक्टिव डेमोस्ट्रेशन, वैज्ञानिक शो और नॉलेज शेयरिंग प्लेटफॉर्म देख सकेंगे. इस फेस्टिवल का मूल उद्देश्य क्रिएटिविटी बढ़ावा, साइंटिफिक जिज्ञासा पैदा करना और आत्मनिर्भर भारत में विज्ञान की अहमियत को बढ़ावा देना है. विद्यार्थियों को कर्टेन रेजर के दौरान इवेंट्स में हिस्सा लेने, अलग-अलग एक्टिविटीज में शामिल होने के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के बारे में बताया गया.वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विद्यार्थियों का केंद्र के क्रियाकलापों की जानकारी दी. इस अवसर पर इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल कर्टेन रेजर से संबंधित वीडियो दिखाया गया. जबकि उपस्थित लोगों ने सभी मौसमीय उपकरणों, सतही प्रेक्षण वेधशाला, स्वचालित मौसम संयंत्रों, उपरी वायु निरीक्षण प्रणाली की जानकारी हासिल की. उपेंद्र श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापन किया. कार्यक्रम में केंद्रीय विद्यालय, हिनू के लगभग 35 विद्यार्थी, शिक्षक सहित लगभग 70 लोग उपस्थित थे.
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