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आयोजन: यूथ लीडरशिप अवार्ड कार्यक्रम रैला शुरू, पद्मश्री बलबीर दत्त ने कहा, देश के युवाओं की इच्छाशक्ति सबसे बेहतर

रांची: रोटरी क्लब अॉफ रांची, रोट्रैक्ट क्लब और इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड मैनेजमेंट का रोटरी यूथ लीडरशिप अवार्ड कार्यक्रम ‘रैला’ शनिवार को आइएसएम पुंदाग परिसर में शुरू हुआ. कार्यक्रम का उदघाटन पद्मश्री बलबीर दत्त ने किया. मौके पर उन्होंने कहा कि राज्य के युवा टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी से प्रेरणा लें. […]

रांची: रोटरी क्लब अॉफ रांची, रोट्रैक्ट क्लब और इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड मैनेजमेंट का रोटरी यूथ लीडरशिप अवार्ड कार्यक्रम ‘रैला’ शनिवार को आइएसएम पुंदाग परिसर में शुरू हुआ. कार्यक्रम का उदघाटन पद्मश्री बलबीर दत्त ने किया.
मौके पर उन्होंने कहा कि राज्य के युवा टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी से प्रेरणा लें. उनमें विपरीत परिस्थितियों में संघर्ष करने का जज्बा है. भारतीय युवाओं की इच्छाशक्ति विश्व में सबसे बेहतर मानी जाती है. यहां के टैलेंट का लोहा पूरी दुनिया मान रही है. उन्होंने कहा कि झारखंड अलग राज्य बनने के बाद भी यहां के लोगों की आकांक्षाएं पूरी नहीं हुई. दुर्भाग्य की बात है कि राज्य का श्रीगणेश अप्रिय स्थिति में हुआ. राज्य के पहले राज्यपाल प्रभात कुमार ने पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को शपथ दिलायी.

उस समय विपक्ष की भूमिका निभा रहे झारखंड मुक्ति मोरचा के प्रमुख शिबू सोरेन ने शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार कर दिया. एक समय तो ऐसा भी आया, जब झामुमो ने पहले सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया. गिनती बल में झामुमो के पास 36 विधायक ही थे, जबकि बाबूलाल मरांडी के नाम पर 45 विधायकों की सहमति थी. उन्होंने कहा कि 16 व 17 फरवरी को राजधानी के होटवार में मोमेंटम झारखंड हुआ. इसमें तीन लाख करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव पर समझौते हुआ, पर विपक्षी दलों ने इस कार्यक्रम का भी बहिष्कार किया. एक समय ऐसा भी था, जब यूपीए केंद्र में थी. तब आर्सेलर मित्तर के प्रमुख एलएन मित्तल ने प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के कहा था कि कैसे निवेश करें, झारखंड में तो 11-11 मुख्यमंत्री हैं. अब स्थितियां बदल रही हैं.

रोटरी क्लब के सहायक गर्वनर एडी वाधवा ने कहा कि रोटरी क्लब दुनिया की बड़ी स्वंयसेवी संस्था है. युवाओं को रैला के जरिये समाज सेवा से जोड़ने, सामाजिक दायित्वों का निर्वह्न करने और सामाजिक भागीदारी निभाने का संदेश दिया जा रहा है. क्लब के अध्यक्ष डॉ एके पांडेय ने कहा कि विश्व भर में रोटरी क्लब की तरफ से पोलियो उन्मूलन का अभियान चलाया गया. अब पोलियोमुक्त लोगों के पुनर्वास का कार्यक्रम चलाया जा रहा है. आइएसएम के संस्थापक आरएके वर्मा ने अतिथियों को शॉल देकर सम्मानित किया. इस अवसर पर संस्थान के उपाध्यक्ष साकेत कुमार, रोट्रैक्ट क्लब के कुंदन कुमार सिंह, संस्थान के महेंद्र शुक्ला, सलाहकार वीपी शरण समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे.
ऊंचे वेतनमान से नहीं मिलती है संतुष्टि : हर्षिमा
पत्रकारिता से जुड़ी हर्षिमा शर्मा के अनुसार ऊंचा वेतनमान और लैविश लाइफ स्टाइल से संतुष्टि नहीं मिलती है. उनके अनुसार एक लड़की को पत्रकारिता के लिए बेहतर नहीं माना जाता है, पर ऐसा कुछ नहीं है. लड़कियां भी वह सारा कुछ कर लेती हैं, जो लड़के कर लेते हैं. जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ मुंबई से पत्रकारिता की डिग्री लेने के बाद हर्षिमा ने एनडीटीवी गुड टाइम्स में काम किया. अभी लाइफ स्टाइल मैगजीन से जुड़ी हैं. उनके अनुसार जिंदगी में जैसा सोचते हैं, वैसा नहीं होता. पर हिम्मत नहीं हारनी चाहिए. मेहनत से ही सफलता मिलती है.
मार्शल आर्ट को अब प्राथमिकता : टीके पोद्दार
कॉमनवेल्थ खेल में भारत का प्रतिनिधित्व करनेवाले टीके पोद्दार का कहना है कि अब मार्शल आर्ट्स को सेना और पुलिस में प्राथमिकता दी जाने लगी है. कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए कांस्य पदक जीतनेवाले श्री पोद्दार के अनुसार पुलिस और सेना में शारीरिक रूप से चुस्त-दुरुस्त रहने की जरूरत है. ऐसे में मार्शल आर्ट बेहद जरूरी है. झारखंड सरकार ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में पदक जीतनेवालों को रोजगार देने की घोषणा की है. यह बेहतर कदम है. उन्होंने युवाओं से कहा कि वे कड़ी से कड़ी मेहनत कर मंजिल हासिल करें.
कत्थक योग से कर रहे हैं उपचार : शालिना चतुर्वेदी
कत्थक योग विशेषज्ञ शालिना चतुर्वेदी ने कहा कि वे नृत्य की 11 तरह की भाव भंगिमाओं से इलाज कर रही हैं. कत्थक योग के जरिये चार वर्ष से लेकर 62 वर्ष तक की महिलाओं की कई बीमारियां दूर की जा रही है. उन्होंने कहा कि झारखंड की महिलाएं किसी से कम नहीं हैं. खुद मैंने तीन बड़े ऑपरेशन के बाद कत्थक योग को बढ़ावा दिया. लैंग्वेज, पत्रकारिता समेत तीन विषयों में स्नातकोत्तर कर नृत्य के क्षेत्र में जुड़ी हूं. उनके अनुसार किसी भी चीज से भयभीत नहीं होना चाहिए. अध्यात्म से जुड़ कर आगे बढ़ना चाहिए.
हार-जीत की चिंता न करें: निशि कुमारी
मिस इंडिया-2016 की उप विजेता रही निशि कुमारी ने रैला कार्यक्रम में कहा कि किसी भी चीज के लिए सौ प्रतिशत भागीदारी होनी चाहिए. हार और जीत की चिंता करने के बजाय प्रतियोगिता में शामिल होना ज्यादा जरूरी है. मिस झारखंड 2016 की सफलता के बाद बीआइटी मेसरा की बीबीए स्टूडेंट निशि ने मिस इंडिया प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था. निशि के अनुसार पढ़ाई और करियर के बीच सामंजस्य स्थापित कर, वह प्रतियोगिता में शामिल हुई. फिलहाल निशि मिस इंटरनेशनल 2017 की तैयारी कर रही है.

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