साथ ही सभी विद्यार्थियों का रिकार्ड रखें, ताकि यह पता चल सके कि कौन विद्यार्थी विषयों में कमजोर है. कमजोर विद्यार्थियों के लिए जनवरी 2017 में विशेष कक्षा की व्यवस्था की जायेगी. बैठक कहा गया कि सभी स्कूलों में विकास कोष की निधि से हॉकी, फुटबॉल और बास्केटबॉल की टीम गठित करे. इन टीमों के लिए अंतर स्कूल और जिलास्तरीय प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जायेगी. प्राचार्यों को यह निर्देश दिया गया कि अक्तूबर माह का वेतन बगैर बायोमेट्रिक्स उपस्थिति के नहीं मिलेगा.
यह स्पष्ट किया गया कि जिन शिक्षकों ने अपनी उपस्थिति एटेंडेंस मशीन से नहीं बनायी है, उन्हें वेतन मिलने में दिक्कतें होंगी. प्राचार्यों से बच्चों के बैंक खातों के आधार सीडिंग की स्थिति पर भी रिपोर्ट मांगी गयी. 24 घंटे के अंदर सभी प्राचार्यों से बेंच-डेस्क की कमी के संबंध में भी रिपोर्ट मांगी गयी.