गृह विभाग ने पुलिस मुख्यालय को पत्र भेज कर संबंधित अफसरों से पक्ष मांगने का निर्देश दिया है. पत्र में कहा है कि संबंधित पुलिस अफसरों से इस बात की जानकारी मांगें कि जिन रिश्तेदारों से उन्होंने लाखों रुपये गिफ्ट लेकर जमीन खरीदी है, उनकी आय कितनी है. उल्लेखनीय है कि सरकारी अफसरों और कर्मचारियों को हर साल अपनी चल-अचल संपत्ति का ब्योरा देना होता है. राज्य के कई आइपीएस ने इस साल दिये अपने चल-अचल संपत्ति के ब्योरे में इस बात का उल्लेख किया है कि उन्होंने अपने माता-पिता से लाखों रुपये गिफ्ट में लेकर जमीन खरीदी है.
गढ़वा के एसपी आलोक प्रियदर्शी ने 25 लाख रुपये गिफ्ट लेने की बात लिखी है. इसी तरह वायरलेस एसपी चंद्रशेखर प्रसाद ने लिखा है कि उनके बच्चे की पढ़ाई के लिए उनका भाई हर माह 25-25 हजार रुपये देते हैं. चाईबासा के एसपी माइकल एस राज ने रातू में जमीन खरीदने की जानकारी एक साल बाद सरकार को दी है.
नियमानुसार भारतीय सेवा के अधिकारियों को संपत्ति खरीदने से पहले सरकार से अनुमति लेनी होती है, साथ ही खरीदने की जानकारी सरकार को देनी होती है.