रांची. झारखंड में गरीबों की थाली से मिठास गायब है. राज्य के 8.92 लाख अंत्योदय परिवार को पिछले वित्तीय वर्ष (2024-25) के नौ माह की चीनी नहीं मिली है. गरीबों को पिछले वर्ष मई से जुलाई माह की चीनी दी गयी थी. इसके बाद की अवधि की चीनी नहीं मिल पायी है. इधर, झारखंड राज्य खाद्य एवं असैनिक आपूर्ति निगम लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (जनवरी से मार्च 2025) के लिए चीनी खरीद की निविदा निकाली है. इसके तहत सरकार 27 हजार क्विंटल चीनी की खरीद करेगी.
प्री बीड मीटिंग चार अप्रैल को
चीनी की खरीद के लिए प्री बीड मीटिंग चार अप्रैल को बुलायी गयी है. वहीं, 16 अप्रैल तक इच्छुक कंपनियों को दस्तावेज अपलोड करने का अंतिम मौका दिया गया है. इस प्रक्रिया को पूरा होने में कम से कम एक माह का समय लगेगा. ऐसे में लाभुकों को चीनी के लिए अभी और इंतजार करना होगा. इस योजना के तहत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम से जुड़े अंत्योदय परिवारों को प्रति परिवार एक किलोग्राम चीनी अनुदानित दर पर उपलब्ध कराने का प्रावधान है. राज्य में अंत्योदय परिवार की संख्या आठ लाख 92 हजार 248 है. इस योजना का क्रियान्वयन रिवॉल्विंग फंड के माध्यम से किया जाता है. पिछले वित्तीय वर्ष में 1817.80 मिट्रिक टन चीनी का वितरण लाभुकों के बीच हुआ है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है