रांची. झारखंड पुलिस ने जुलाई माह में अपराध उन्मूलन से लेकर नक्सलियों पर कार्रवाई करने के साथ-साथ साइबर अपराध की रोकथाम और सड़क सुरक्षा को लेकर कई उपलब्धियां हासिल की हैं. यह जानकारी शुक्रवार की सुबह पुलिस मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में आइजी अभियान सह पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता डॉ माइकलराज एस ने दी. उन्होंने बताया कि अपराध नियंत्रण के लिए 7298 वारंट का निष्पादन किया गया. इस दौरान कुल 2333 वारंटियों को गिरफ्तार किया गया. 171 वाहन जब्त किये गये. जबकि 82 हथियार और 354 गोली भी बरामद किये गये. इस दौरान चार उग्रवादियों को मार गिराया गया. सड़क सुरक्षा के मद्देनजर मृत्युदर में कमी लाने के लिए 94,823 लोगों को जागरूक किया गया. 267 पुलिस पदाधिकारी और कर्मी को फर्स्ट एड किट का प्रशिक्षण दिया गया. 288 पुलिस कर्मियों को जीपीएस मैप कैमरा लाइट ऐ इंस्टॉल कराया गया. जबकि मोटर वाहन अधिनियम के तहत बिना हेलमेट दो पहिया वाहन चलाने वाले 1,21,950 लोगों पर कार्रवाई की गयी. इसके अलावा बिना ड्राइविंग लाइसेंस के 2499, तेज रफ्तार में वाहन चलाने वाले 2515, रेड सिग्नल पार करने वाले 1776, वाहन चलाते मोबाइल पर बात करने के आरोप में 276, गलत दिशा में वाहन चलाते 220, नशे में वाहन चलाते 185, अधिक यात्री बैठाने वाले 536, बिना सीट बेल्ट के 1585 वाहन चालकों पर कार्रवाई की गयी. इसके अलावा बिना हेलमेट के दो पहिया वाहन के पीछे बैठने वाले 2093 लोगों पर कार्रवाई की गयी. जुलाई माह में दुर्घटना में कुल 280 लोगों की मृत्यु हुई थी. जिसमें सबसे अधिक 39 लोगों की जान रांची जिला में गयी थी. जबकि हजारीबाग में 28, सरायकेला में 26, दुमका में 21 और गिरिडीह में 19 लोगों की मौत हुई थी. नक्सल अभियान के दौरान 10 हथियार बरामद किये गये,जिसमें छह हथियार पुलिस से लूटे गये थे. इसके अलावा 544 गोली और लेवी के 35,02,500 रुपये बरामद किये गये. अभियान के दौरान 18,020 डेटोनेटर बरामद के साथ-साथ पांच बंकर ध्वस्त किया गया और नक्सलियों द्वारा लगाये गये 95 आइइडी बरामद कर उसे नष्ट किया गया. अभियान के दौरान कुल 28 नक्सलियों और उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया. साइबर अपराध के मामले में 108 केस दर्ज हुए. इनमें 38 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. आरोपियों के पास से 1.82 लाख रुपये बरामद किये गये. वहीं दूसरी ओर हेल्पलाइन नंबर में 2073 शिकायतें दर्ज की गयीं. इसमें 2.19 करोड़ रुपये फ्रीज किया गया और वादी के खाते में 32,27,378 रुपये वापस किये गये. जबकि प्रतिबिंब ऐप के जरिये 11 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया था. महिला अपराध से जुड़े मामलों में 278 केस का निष्पादन 60 दिनों के अंदर किया गया. इस दौरान विभिन्न जिलों में पुलिस ने कई महत्वपूर्ण आपराधिक घटनाओं का उद्भेदन भी किया.
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