रांचीः झारखंड के पहले मुख्यमंत्री और एक समय प्रदेश की राजनीति का कद्दावर चेहरा रहे बाबूलाल मरांडी की आज घर वापसी हो गयी. आज रांची में एक कार्यक्रम के दौरान बाबूलाल मरांडी ने अमित शाह की मौजूदगी में इस विलय की औपचारिक घोषणा की. बता दें कि 2006 में बीजेपी से अलग होकर झारखंड विकास मोर्चा (जेवीएम) के नाम से नई पार्टी का गठन किया था. आज भाजपा में विलय के बाद बाबूलाल ने कहा कि मैं घर से दूर चला गया था लेकिन अब वापस घर आ गया हूं. उन्होंने कहा कि पार्टी अगर मुझे झाड़ू लगाने का काम भी देगी तो मैं सहर्ष करूंगा.
इसके बाद कार्यक्रम को अमित शाह ने संबोधित किया. उन्होंने कहा, मैं भाजपा और भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ताओं की ओर से बाबूलाल मरांडी जी और उनके साथ आए झारखंड विकास मोर्चा के लाखों कार्यकर्ताओं का स्वागत करता हूं और विश्वास भी दिलाता हूं कि आप अपने ही घर में आए हैं. झारखंड की महान भूमि को अलग राज्य की पहचान देने का काम पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने किया.
जब मुख्यमंत्री बनाने का मौका भाजपा को मिला, तो श्री बाबूलाल मरांडी को ही हमने मुख्यमंत्री बनाया. शाह ने कहा कि आज मेरे लिए बड़े हर्ष का विषय है, क्योंकि मैं जब 2014 में पार्टी का अध्यक्ष बना, तभी से ये प्रयास कर रहा था कि बाबूलाल जी भाजपा में आ जाएं. उनके भाजपा में आने से पार्टी के स्थानीय नेतृत्व को अनुभवी और संघर्षरत नेता मिलेगा और इससे भाजपा की ताकत अनेक गुना बढ़ेगी.
भाजपा का लक्ष्य देश और प्रदेश को आगे बढ़ना है. मां भारती को सर्वोच्च स्थान पर स्थापित करना है. भाजपा नेता ने कगहा कि रघुवर दास ने अपने 5 साल के कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया. झारखंड की जनता ने जो जनादेश दिया है, भाजपा उसका सम्मान करती है और हम झारखंड की जनता को भरोसा दिलाते हैं कि सत्ता में रहते हमने जितना काम किया, उससे अधिक काम विपक्ष में रहते हुए करेंगे.
मोदी जी ने इस बार प्रधानमंत्री बनने के बाद अयोध्या में प्रभु श्रीराम के मंदिर के लिए संसद में ट्रस्ट बनाने की घोषणा करके भव्य श्रीराम मंदिर के काम को गति दी है. बहुत जल्द आसमान को छूता हुआ मंदिर आपके सामने होगा. अंत में उ्होंने पश्चिम सिंहभूम की घटना को लेकर हेमंत सोरेन सरकार पर हमला बोला.
उन्होंने कहा कि पश्चिम सिंहभूम में सात आदिवासियों की गला काटकर निर्मम हत्या कर दी गई, उसके बाद भी कोई कार्यवाही नहीं होती. मैंने अपनी जिंदगी में इस तरह का जघन्य कांड नहीं देखा. अगर ऐसी ही कानून व्यवस्था चलती रही तो, भाजपा इसके खिलाफ सड़क पर भी संघर्ष करेगी, विधानसभा में भी संघर्ष करेगी और संसद में भी संघर्ष करेगी.