संजय
रांची : शिक्षित-सुशिक्षित व्यक्ति को समझदार माना जाता है. समझा जाता है कि ऐसे लोगों में न सिर्फ परिवार व समाज के स्तर पर बल्कि, देश-दुनिया के स्तर पर भी समझदारी होती है.
राजनीति भी ऐसी समझ की मांग करती है. संयोग है कि देवघर की प्रत्याशी निर्मला भारती ने राजनीति शास्त्र से एमए किया है. वहीं जगन्नाथपुर की जया रानी पड़ेया भी एमए इन पॉलिटिकल साइंस हैं. उधर सिल्ली की प्रत्याशी सीमा देवी एमए इन इकोनॉमिक्स हैं. पर क्या खूब पढ़ी-लिखी महिला प्रत्याशियों पर भी झारखंड की जनता ने विश्वास किया है. सोमवार 23 दिसंबर को इसका खुलासा हो जायेगा. झारखंड विधानसभा चुनाव-2019 में कुल 127 महिला प्रत्याशी विभिन्न विधानसभा सीटों से अपना भाग्य आजमा रही हैं. इनमें डॉक्टर, इंजीनियर, एमबीए, एलएलबी, पीजी व पीएचडी योग्यताधारी प्रत्याशियों का नाम भी शुमार हैं.
घाटशिला की प्रत्याशी डॉ सुनीता देवदूत सोरेन अकेली एमबीबीएस प्रत्याशी हैं. वहीं मांडर की उम्मीदवार हेमलता उरांव स्नातक हैं तथा इनके पास डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग की उपाधि भी है. दरअसल कई महिला प्रत्याशियों के पास प्रोफेशनल डिग्री है. जैसे डाल्टनगंज की प्रत्याशी विजेता वर्मा ने एक्सआइएसएस, रांची से एमबीए किया है.
कोलेबिरा की आइरीन एक्का भी एमबीए हैं. इसके अलावा झरिया की प्रत्याशी पूर्णिमा नीरज सिंह के पास मैनेजमेंट इन एडवटाइजिंग एंड मार्केटिंग की तथा महगामा की दीपिका पांडेय सिंह के पास इंफॉरमेशन मैनेजमेंट में पीजी डिप्लोमा की डिग्री है. महिलाएं हैं, तो धर्म से नाता तो रहेगा ही.
महगामा की शाहनाज खातून ने अपने शपथ-पत्र में खुद की शिक्षा मौलवी तथा स्टेफी तेरेसा मुर्मू ने अपने शपथ-पत्र में पीएचडी इन कंपरेटिव रिलीजन का जिक्र किया है. एसटी सीट पर खड़ी जनजातीय समुदाय की महिला प्रत्याशी भी शिक्षा के क्षेत्र में खुद को साबित कर चुकी हैं. शिक्षा व शऊर दोनों में इनका कोई सानी नहीं है. खूंटी सीट की दो प्रत्याशी, मीनाक्षी मुंडा ने पीएचडी (एंथ्रोपोलॉजी) तथा दयामनी बारला ने एमकॉम तक की पढ़ाई की है.
सिसई सीट के लिए चुनाव लड़ने वाली मुक्तिलता टोप्पो तथा सुनीता टोपनो, दोनों स्नातक हैं. वहीं तमाड़ की प्रत्याशी सोनी अोड़ेया तथा तोरपा की अविनाशी मुंडु भी स्नातक हैं. उधर, बड़कागांव में दो एलएलबी महिला प्रत्याशी सलमा खातून तथा अंबा प्रसाद चुनावी मैदान में थीं. कोडरमा में भी माजरा कुछ ऐसा ही है. यहां की शालिनी गुप्ता की शैक्षणिक योग्यता पीजी है, तो डॉ नीरा यादव की पीएचडी. उधर सारठ सीट की उम्मीदवार पिंकी कुमारी ने बीएससी-बीएड किया है. उपरोक्त के अलावा स्नातक महिला प्रत्याशियों की संख्या 28 तथा इंटर पास की छह है.
डॉक्टर, इंजीनियर, एमबीए, एलएलबी, पीजी व पीएचडी योग्यताधारी हैं कई प्रत्याशी
पीएचडी प्रत्याशी
डॉ लुइस मरांडी (दुमका), डॉ वासवी किड़ो (हटिया), डॉ स्टेफी तेरेसा मुर्मू (जामा), डॉ मीनाक्षी मुंडा(खूंटी) तथा डॉ नीरा यादव (कोडरमा).
पीजी प्रत्याशी
शालिनी गुप्ता (कोडरमा), सुधा चौधरी (छतरपुर) तथा डिंपल मुंडा (चाईबासा).
एलएलबी प्रत्याशी
एमए, एमएससी व एमकॉम प्रत्याशी
लिली हांसदा (बरहेट), अंजुला मुर्मू (दुमका), दयामनी बारला (खूंटी), आशा रानी पॉल (बहरागोड़ा), नेहा सोनी (रांची) तथा महुआ माजी (रांची).