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रांची : कांटाटोली फ्लाइओवर का डीपीआर 40 करोड़ से बढ़ा कर 80 करोड़ किये जाने को क्लीन चिट
निर्माण योजना की मूल राशि में संशोधन कर 100 प्रतिशत राशि बढ़ाये जाने की जांच पूरी रांची : कांटाटोली फ्लाइओवर की मूल राशि में संशोधन कर 100 प्रतिशत राशि बढ़ाये जाने की जांच पूरी कर ली गयी है. पथ निर्माण विभाग के अभियंता प्रमुख रासबिहारी सिंह की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने रिपोर्ट नगर विकास […]
निर्माण योजना की मूल राशि में संशोधन कर 100 प्रतिशत राशि बढ़ाये जाने की जांच पूरी
रांची : कांटाटोली फ्लाइओवर की मूल राशि में संशोधन कर 100 प्रतिशत राशि बढ़ाये जाने की जांच पूरी कर ली गयी है. पथ निर्माण विभाग के अभियंता प्रमुख रासबिहारी सिंह की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने रिपोर्ट नगर विकास विभाग को सौंप दी है.
रिपोर्ट में फ्लाइओवर के डिजाइन में किये गये परिवर्तन और अन्य तकनीकी बिंदुओं पर क्लीन चिट दे दी है. कमेटी की रिपोर्ट विकास आयुक्त की अध्यक्षता वाली राज्य योजना प्राधिकृत समिति के समक्ष रखा जायेगा. प्राधिकृत समिति से मंजूरी मिलने के बाद फ्लाइओवर के निर्माण लागत में वृद्धि का प्रस्ताव कैबिनेट के समक्ष रखा जायेगा.
जुलाई 2016 को कांटाटोली फ्लाइओवर निर्माण के लिए 5170.12 लाख रुपये व योजना के कार्यान्वयन के लिए 14048.87 लाख रुपये (कुल 19218.99 लाख रुपये) की लागत पर भूमि अधिग्रहण की योजना को प्रशासनिक स्वीकृति दी गयी थी. योजना का डीपीआर मेकन लिमिटेड ने तैयार किया था. बाद में मेकन ने योजना के डीपीआर में दोबारा संशोधन किया. पथ निर्माण विभाग के केंद्रीय निरूपण संगठन के मुख्य अभियंता ने पुनरीक्षित डीपीआर के कुल 25749.19 रुपये के प्राक्कलन पर तकनीकी अनुमोदन भी प्रदान की थी.
ऐसे बढ़ी लागत
फ्लाइओवर निर्माण के लिए पूर्व में तैयार डीपीआर की राशि 40.30 करोड़ थी. संशोधित डीपीआर में यह राशि बढ़ कर 82.14 करोड़ हो गयी.
पुनरीक्षित डीपीआर में मूल डीपीआर को त्रुटिपूर्ण बताते हुए फ्लाइओवर की लंबाई 905 मीटर से बढ़ा कर 1250 मीटर कर दी गयी थी. इसके अलावा ओपेन फाउंडेशन के स्थान पर पाइल फाउंडेशन और पाइपर कैप की लंबाई में वृद्धि का प्रावधान किया गया है. 1580 मीटर प्रस्तावित पाइलिंग की लंबाई भी बढ़ा कर 1700 मीटर कर दी गयी है.
ठप है फ्लाइओवर का निर्माण कार्य
कांटाटोली फ्लाइओवर निर्माण का काम लगभग एक महीने से बंद है. इस बारे में पूछे जाने पर नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि काम बंद होने का कारण पिछले दिनों लगातार हो रही बारिश थी. बारिश के कारण काम करना संभव नहीं था. अब बारिश बंद हो गयी है. जुडको को जल्द से जल्द काम शुरू करने का आदेश दिया गया है.
19 की जगह दो ही पिलर खड़े हुए
कांटाटोली फ्लाइओवर के लिए कुल 19 पिलर का निर्माण होना है. उसमें से अब तक केवल दो पिलर ही कुछ लंबाई तक खड़े किये गये हैं. इसके अलावा पाइलिंग और पाइप शिफ्टिंग का काम भी पूरा नहीं किया गया है.
फ्लाइओवर का निर्माण जुडको द्वारा मोदी प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के माध्यम से कराया जा रहा है. वहीं, मोदी प्रोजेक्ट द्वारा कहा गया है कि निर्धारित एस्टीमेट में जितने मटेरियल का उल्लेख था, वह समाप्त हो गया. अब जब तक संशोधित डीपीआर लागू नहीं किया जाता है, तब तक काम आगे नहीं बढ़ सकता है.
कांटाटोली फ्लाइओवर के लिए प्राधिकृत समिति के आदेश पर बनी जांच कमेटी ने भी अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. रिपोर्ट में संशोधित डीपीआर को सही बताया गया है. जल्द ही इसे प्राधिकृत समिति के पास भेज कर कैबिनेट में प्रस्तुत किया जायेगा. फ्लाइओवर का कार्य बारिश की वजह से बंद था. कार्य बंद होने का डीपीआर में किये गये संशोधन से कोई लेना-देना नहीं है. अब बारिश बंद हो गयी है. जल्द काम शुरू करने का आदेश दिया गया है.
अजय कुमार सिंह, प्रधान सचिव, नगर विकास विभाग
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