रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राजधानी स्थित मोरहाबादी मैदान से रविवार को राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत प्रदेश में पोषण माह की शुरुआत की. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारे राज्य में कुपोषण बड़ी समस्या है. इस समस्या से निबटने में सभी का सहयोग जरूरी है. बच्चों को पौष्टिक आहार मिलना चाहिए. यह उनका जन्मसिद्ध अधिकार है.
श्री दास ने कहा कि हमारे देश में बच्चों को भगवान का रूप माना जाता है. हम भगवान को प्रसाद के रूप में मिठाई चढ़ाते हैं. इस मिठाई की राशि से हम किसी गरीब बच्चे को पौष्टिक आहार उपलब्ध करा सकते हैं. इससे भगवान भी प्रसन्न होंगे और बच्चे भी स्वस्थ होंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चे स्वस्थ होंगे, तभी आनेवाला झारखंड भी स्वस्थ और मजबूत होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि छोटे बच्चों के समूचित विकास में आंगनबाड़ी का प्रमुख योगदान है. यहीं से बच्चों में भविष्य की बुनियाद पड़ती है. इसे देखते हुए सीएसआर के माध्यम से राज्य सरकार आंगनबाड़ी को सुदृढ़ कर रही है.
उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी में कार्यरत सभी कर्मियों में ममता का भाव होना चाहिए. सभी ईमानदारी से अपना काम करें. केवल खानापूरी न करें. सभी अपनी जिम्मेवारी समझते हुए काम करेंगे, तभी हम कुपोषण मुक्त झारखंड का निर्माण कर पायेंगे.
पहले स्वच्छ देश, अब स्वस्थ राष्ट्र का अभियान
मुख्यमंत्री श्री दास ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केवल राजनेता नहीं हैं. वे समाज सुधारक भी हैं. वे समाज की बुराइयों को समाप्त करने में जुटे हुए हैं. पहले स्वच्छ देश बनाया, अब स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण का अभियान शुरू किया है. हम सबको इस अभियान को भी सफल बनाना है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि पोषण माह नहीं, पोषण वर्ष चलायें.
कार्यक्रम में नगर विकास मंत्री सीपी सिंह, रांची के सांसद संजय सेठ, कांके के विधायक डॉ जीतू चरण राम, खाद्य आपूर्ति सचिव अमिताभ कौशल, पोषण मिशन के महानिदेशक डीके सक्सेना समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे.