संजय
रांची : लाख या इससे अधिक मतों के अंतर से चुनाव जीतना गौरव का विषय रहा है. न सिर्फ विजेता बल्कि आम लोग व मीडिया भी इसे खूब तवज्जो देते रहे हैं.
झारखंड के गठन के बाद से अब तक तीन लोकसभा या आम चुनाव हो चुके हैं. वर्ष 2004, 2009 व 2014 में कुल 11 प्रत्याशियों को लाख मतों से अधिक अंतर से जीत मिल चुकी है. झारखंड से सबसे अधिक मतों से जीतने का रिकॉर्ड धनबाद के पीएन सिंह के नाम पर है़
उन्होंने वर्ष 2014 में 292948 के मतों के अंतर से कांग्रेस के अजय कुमार दुबे को शिकस्त दी थी. वहीं पलामू से बीडी राम ने भी राजद के मनोज कुमार को 263942 मतों के भारी अंतर से हराया था. अब 17वें लोकसभा चुनाव में भी वोट के मामले में लखपति मतांतर वाले प्रत्याशियों पर नजर रहेगी. वर्ष 2014 के चुनाव से पहले तक रामटहल चौधरी को सर्वाधिक मतों से जीतने का गौरव प्राप्त था. कांग्रेस के केके तिवारी के मुकाबले उन्होंने 241177 मतों से जीत हासिल की थी. केके तिवारी को कांग्रेस ने बक्सर से रांची लाया था.
पुराने लोग बताते हैं कि रामटहल को मिले मतों में उनके समर्थन के साथ-साथ केके के तीखे विरोध का मत भी हासिल हुआ था. पर भारी मतों से जीतने की रामटहल की एेतिहासिक कश्ती 2014 के मोदी लहर में डूब गयी. क्या 2019 के चुनाव में यह नैया भी डूबेगी? इसका जवाब मतगणना के बाद ही मिलेगा.
अब तक 11 प्रत्याशी लाख या अधिक वोटों से हुए हैं विजयी
चुनावी वर्ष विजयी प्रत्याशी (पार्टी) सीट मतों का अंतर निकटतम प्रतिद्वंदी (पार्टी)
2004 बाबूलाल मरांडी (भाजपा) कोडरमा 154944 चंपा वर्मा (झामुमो)
वही शिबू सोरेन (झामुमो) दुमका 115015 सोने लाल हेंब्रम (भाजपा)
वही चंद्रशेखर दुबे (कांग्रेस) धनबाद 119378 रीता वर्मा (भाजपा)
वही टेकलाल महतो (झामुमो) गिरिडीह 149794 रवींद्र पांडेय (भाजपा)
वही भुवनेश्वर मेहता (भाकपा) हजारीबाग 105328 यशवंत सिन्हा (भाजपा)
2009 अर्जुन मुंडा (भाजपा) जमशेदपुर 119663 सुमन महतो (झामुमो)
2014 रामटहल चौधरी (भाजपा) रांची 199303 सुबोधकांत सहाय (कांग्रेस)
वही बीडी राम (भाजपा) पलामू 263942 मनोज कुमार (राजद)
वही पीएन सिंह (भाजपा) धनबाद 292948 अजय कुमार दुबे (कांग्रेस)
वही सुनील सिंह (भाजपा) चतरा 178026 धीरेंद्र साहू (कांग्रेस)
वही जयंत सिन्हा (भाजपा) हजारीबाग 159128 सौरभ नारायण सिंह (कांग्रेस)