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रांची : 2037 के मास्टर प्लान में मैकी रोड व श्रद्धानंद रोड को बनाया आवासीय
मनोज सिंह रांची : वर्ष 2037 तक के लिए राजधानी के प्रस्तावित मास्टर प्लान में राज्य के सबसे पुराने व्यावसायिक इलाकों में से एक श्रद्धानंद रोड और मैकी रोड को आवासीय परिसर घोषित कर दिया गया है. इसे कैबिनेट की मंजूरी मिली हुई है. आवासीय परिसर घोषित हो जाने के कारण अपर बाजार में व्यावसायिक […]
मनोज सिंह
रांची : वर्ष 2037 तक के लिए राजधानी के प्रस्तावित मास्टर प्लान में राज्य के सबसे पुराने व्यावसायिक इलाकों में से एक श्रद्धानंद रोड और मैकी रोड को आवासीय परिसर घोषित कर दिया गया है. इसे कैबिनेट की मंजूरी मिली हुई है. आवासीय परिसर घोषित हो जाने के कारण अपर बाजार में व्यावसायिक परिसर का नक्शा नहीं पारित हो पा रहा है. इसके बावजूद बिना नक्शा पारित कराये ही कई निर्माण किये जा रहे हैं.
आवासीय परिसर को व्यावसायिक परिसर में घोषित करने के लिए राज्य के उद्यमियों ने नगर विकास विभाग के मंत्री सीपी सिंह आग्रह किया है.
यह मामला भी नगर विकास विभाग के अंदर ही आता है. श्री सिंह ने दो साल पहले ही विभागीय अधिकारियों को इसकी संशोधन की प्रक्रिया पूरा करने का निर्देश दिया है. इसके बावजूद अब तक इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. इस मामले में राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार भी सरकार को लिख चुके हैं. नगर निगम के डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय भी इस मामले पर संशोधन के लिए लिख चुके हैं.
जुलाई 2017 में ही विभाग को पत्र लिख चुके हैं मंत्री : फेडरेशन ऑफ झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने 20 जुलाई 2017 को विभाग के मंत्री सीपी सिंह मास्टर प्लान में संशोधन का आग्रह किया था.
चेंबर के आग्रह को स्वीकार करते हुए सीपी सिंह ने नगर विकास विभाग के सचिव को लिखा था कि श्रद्धानंद रोड और मैकी रोड व्यावसायिक परिसर है. इसमें आवश्यक संशोधन किया जाये. 15 जुलाई 2017 को उप महापौर संजीव विजयवर्गीय ने भी नगर विकास विभाग के सचिव को पत्र लिखकर मास्टर प्लान 2037 में संशोधन का आग्रह किया था. इसमें लिखा है कि श्रद्धानंद रोड और मैकी रोड दवा और कपड़े के थोक व्यापार का केंद्र है. इसलिए मास्टर प्लान में हुई गलती सुधारी जाये.
सांसद ने भी किया है कई बार आग्रह
राज्यसभा सांसद ने नगर विकास मंत्री सीपी सिंह को पत्र लिखकर कहा है कि इस विषय पर मैंने कई बार अनुरोध किया है. यह भी पता है कि स्थानीय विधायक इस विषय पर गंभीर हैं. उनकी संवेदना भी जुड़ी हुई है. आप विभिन्न स्तर पर मास्टर प्लान में संशोधन का निर्देश दे चुके हैं, इसके बावजूद इससे जुड़ी आम जनता की तकलीफें कम नहीं हो रही है.
मैकी रोड और श्रद्धानंद रोड को व्यावसायिक परिसर घोषित कर दिये जाने से लोगों को परेशानी हो रही है. अपर बाजार मिश्रित प्रकृति का क्षेत्र है. एक मुहल्ले को पूर्णत: व्यावसायिक एवं पूर्णत: आवासीय क्षेत्र घोषित किये जाने से लोगों को परेशानी होगी. इसको तकनीकी मामला बताकर टालना नकारात्मक कार्यशैली का उदाहरण है.
हो रहा है आर्थिक नुकसान
अपर बाजार की दो प्रमुख सड़कों को व्यावसायिक परिसर घोषित कर दिये जाने से नगर निगम को आर्थिक नुकसान भी हो रहा है. दोनों सड़कों पर व्यावसायिक परिसर के निर्माण के लिए नक्शा नहीं पास हो रहा है. नक्शा पास कराने वाला राजस्व सरकार को नहीं मिल पा रहा है. इस वजह से कई व्यावसायिक परियोजना भी लटकी हुई है.
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