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झारखंड से बांग्लादेशी बनवा रहे हैं फर्जी प्रमाणपत्र पर पासपोर्ट
राजेश झा रांची : झारखंड से बांग्लादेशी फर्जी प्रमाणपत्र के सहारे धड़ल्ले से पासपोर्ट बनवा रहे हैं. ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी पुलिस के आला अधिकारी को नहीं है लेकिन पुलिस लापरवाही बरतते हुए बिना जांच किये फर्जी प्रमाणपत्र का सत्यापन कर पासपोर्ट कार्यालय भेज देती है और पासपोर्ट कार्यालय उस आधार पर पासपोर्ट […]
राजेश झा
रांची : झारखंड से बांग्लादेशी फर्जी प्रमाणपत्र के सहारे धड़ल्ले से पासपोर्ट बनवा रहे हैं. ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी पुलिस के आला अधिकारी को नहीं है लेकिन पुलिस लापरवाही बरतते हुए बिना जांच किये फर्जी प्रमाणपत्र का सत्यापन कर पासपोर्ट कार्यालय भेज देती है और पासपोर्ट कार्यालय उस आधार पर पासपोर्ट जारी कर देता है.
मामला जमशेदपुर का है. फर्जी प्रमाणपत्र पर पकड़ी गयी बांग्लादेश की रबिया बसरी ने यह खुलासा किया है. उसके बाद उसका पासपोर्ट (संख्या एस 5389589) जब्त कर लिया गया है.
जमशेदपुर के स्थानीय पते पर रबिया बसरी ने बनाया पासपोर्ट, पुलिस ने जब्त किया
बाॅर्डर पर जवानों की पूछताछ में टूट गयीं रबिया बसरी, खुद को बताया बांग्लादेशी
राजमहल परिधि रोड, मानगो (जमशेदपुर) में रहनेवाली रबिया बसरी पासपोर्ट के साथ बांग्लादेश जा रही थी. बॉर्डर पर जब जवानाें ने उससे पूछा कि बांग्लादेश किस काम से और क्यों जा रही हैं? इस पर रबिया घबरा गयी. उसके शरीर के हाव-भाव से जवान को शक हुअा और उन्होंने उससे अलग से पूछताछ की. पूछताछ के क्रम में उसने बताया कि उसके माता-पिता बांग्लादेश में रहते हैं और वह उनसे मिलने जा रही है. वह बांग्लादेश की रहनेवाली है.
एजेंट के माध्यम से वह कोलकाता आयी. इसके बाद जमशेदपुर के रहने वाले शाहीन महमूद से उसने निकाह कर लिया. पासपोर्ट बनवाने के बाबत उसने कहा कि पहले वोटर आइडी कार्ड बनवाया. इसी के आधार पर पेन कार्ड और फिर आधार कार्ड बनवाया. अस्थायी पता (जहां वह अपने पति के साथ रहती है) उसने राजमहल परिधि रोड मानगो (जमशेदपुर) और स्थानीय पता कालिकापुर (कोलकाता) का दिया. पासपोर्ट में पिता का नाम मो जलील मुंसी और मां का नाम नूर नाहर बेगम बताया गया है, जो गलत है. पूछताछ के बाद जवानों ने इसकी सूचना पासपोर्ट कार्यालय व स्थानीय पुलिस को दी. बहरहाल रबिया का पासपोर्ट जब्त कर लिया गया है और पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.
ऐसे बनता है पासपोर्ट
सबसे पहले आवेदक को ऑनलाइन फार्म भरना होता है. फार्म भरने के साथ ही तिथि मिलती है. तय तिथि में आवेदक को पासपोर्ट सेवा केंद्र आकर दस्तावेज सत्यापन सहित पूरी प्रक्रिया करनी पड़ती है.
इसके बाद आवेदक का सत्यापन करने के लिए दिये गये प्रमाणपत्र को पुलिस सत्यापन के लिए संबंधित पुलिस अधीक्षक कार्यालय भेजा जाता है. संबंधित थाने की पुलिस आवेदक की पुलिस रिपोर्ट तैयार करती है. यह कार्रवाई पूरी होने पर पासपोर्ट तैयार कर संबंधित आवेदक को डाक के माध्यम से भेजा जाता है. पासपोर्ट बनाने के लिए 1500 रुपये शुल्क निर्धारित है, जो ऑनलाइन जमा करना पड़ता है.
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