रांची : भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा है कि 2016 से जेपीएससी बहाली की प्रक्रिया को दो बार हेमंत सोरेन ने बाधित कर नियुक्ति की प्रक्रिया को रोकवाया है. जेपीएससी ने कोटिवार रिक्तियों के 15 गुणा सफल अभ्यर्थियों की मुख्य परीक्षा के लिए 5138 उम्मीदवारों का चयन किया था़
कोटिवार परिणाम घोषित करने के फलस्वरुप आरक्षित वर्ग के कई अभ्यर्थियों का कट ऑफ मार्क्स अनारक्षित श्रेणी के कट ऑफ मार्क से अधिक होने के कारण कई विद्यार्थी संगठन व निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के द्वारा आपत्ति दर्ज की गयी थी़ पिछले बजट सत्र में विधायकों की मांग पर ही जेपीएससी की परीक्षा प्रक्रिया को रोका गया.
सरकार द्वारा महाधिवक्ता का राय प्राप्त करते हुए संकल्प 5562 दिनांक 19.4.2017 निर्गत किया गया़ इसके बाद प्रारंभिक परीक्षा के पूर्व घोषित परिणाम के आरक्षित श्रेणी के वैसे अभ्यर्थी जिनका प्राप्तांक अनारक्षित श्रेणी के लिए चयनित किये गये 15 गुणा अभ्यर्थियों में सबसे अंतिम स्थान पर अभ्यर्थी के प्राप्तांक के समान अथवा उससे अधिक है, वैसे सभी उम्मीदवार को मुख्य परीक्षा के लिए सफल माना गया़
सरकार के पक्ष को उच्च न्यायालय ने भी सकारात्मक स्वीकार किया है. जेपीएससी द्वारा संशोधित परीक्षा फल को सही ठहराया है़ इस परीक्षाफल के बाद अब वे ही उम्मीदवार मुख्य परीक्षा से बाहर हैं, जिन्हें निर्धारित न्यूनतम अहर्तांक भी प्राप्त नहीं हो पाया है.
हेमंत सोरेन ऐसे उम्मीदवारों का साथ देकर आरक्षित कोटि सहित सभी कोटि के सक्षम उम्मीदवार की दावेदारी को बाधित कर रहे हैं. इससे उनका छात्र विरोधी, युवा विरोधी और रोजगार विरोधी चेहरा सामने आ गया है.