रांची : राज्य स्थापना दिवस पर मोरहाबादी में आयोजित कार्यक्रम से पहले हिरासत में लिये गये 1200 पारा शिक्षकों को पुलिस ने पूछताछ के बाद छोड़ दिया. हालांकि, पूछताछ के दौरान एक ओर जहां कुछ लोगों ने पारा शिक्षक होने की बात से इनकार कर दिया, वहीं दूसरी ओर अधिकांश पारा शिक्षकों ने अपना नाम […]
रांची : राज्य स्थापना दिवस पर मोरहाबादी में आयोजित कार्यक्रम से पहले हिरासत में लिये गये 1200 पारा शिक्षकों को पुलिस ने पूछताछ के बाद छोड़ दिया. हालांकि, पूछताछ के दौरान एक ओर जहां कुछ लोगों ने पारा शिक्षक होने की बात से इनकार कर दिया, वहीं दूसरी ओर अधिकांश पारा शिक्षकों ने अपना नाम और पता और किस स्कूल में पदस्थापित हैं, यह बताने से इनकार कर दिया.
दूसरी ओर हिरासत में लिये गये पारा शिक्षकों की पुलिस और जिला प्रशासन के स्तर से वीडियोग्राफी करायी गयी है. पुलिस और प्रशासन से संबंधित अधिकारी वीडियो की सीडी तैयार कर रहे हैं. सीडी तैयार करने के बाद शिक्षा विभाग के अलावा सभी जिलों के डीसी और एसपी को भेजा जायेगा, ताकि संबंधित जिला के अधिकारी पारा शिक्षकों को चिह्नित कर उनके खिलाफ प्रशासनिक दृष्टिकोण से विधिपूर्वक कार्रवाई कर सकें.
- पुलिस ने तैयार किया वीडियो शिक्षा विभाग और सभी जिलों के डीसी और एसपी को भेजी जायेगी रिपोर्ट
- वीडियो में पारा शिक्षकों की पहचान कर विधिपूर्वक कार्रवाई करने के लिए की जायेगी अनुशंसा
पुलिस अधिकारियों के अनुसार स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा 12 नवंबर को ही विभाग के नियमित शिक्षकों और अनुबंधित शिक्षकों को अपने विद्यालय में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया था.
इसके बावजूद आयोजित कार्यक्रम के दौरान विभिन्न जिलों से पारा शिक्षक रांची पहुंचे थे. कई पारा शिक्षकों को विभिन्न रूटों पर चेकिंग के दौरान के दौरान हिरासत में लिया गया था. अधिकारियों के अनुसार पूरे घटना से संबंधित एक रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भी भेजी जायेगी. क्योंकि पारा शिक्षकों ने सुनियोजित योजना के तहत घटना को अंजाम दिया था. वहीं घटना के दौरान पुलिस- प्रशासन द्वारा बार- बार समझाने के बावजूद पारा शिक्षक किसी की बात मानने को तैयार नहीं थे. इस बात का उल्लेख मजिस्ट्रेट ने भी लालपुर थाना में दर्ज अपनी शिकायत में किया है.