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रांची : एचइसी में आवास ट्रांसफर के 200 से अधिक आवेदन लंबित
रांची : एचइसी में दीर्घ कालीन लीज (एलटीएल) क्वार्टरों के लीज ट्रांसफर की संचिका 11 माह से एचइसी मुख्यालय में पड़ी हुई है. लेकिन, अब तक एचइसी प्रबंधन ने आवासों के ट्रांसफर के लिए संचिका पर अनुमति नहीं दी है. इस कारण एचइसी को आर्थिक नुकसान हो रहा है. जानकारी के अनुसार नगर प्रशासन विभाग […]
रांची : एचइसी में दीर्घ कालीन लीज (एलटीएल) क्वार्टरों के लीज ट्रांसफर की संचिका 11 माह से एचइसी मुख्यालय में पड़ी हुई है. लेकिन, अब तक एचइसी प्रबंधन ने आवासों के ट्रांसफर के लिए संचिका पर अनुमति नहीं दी है. इस कारण एचइसी को आर्थिक नुकसान हो रहा है.
जानकारी के अनुसार नगर प्रशासन विभाग ने पिछले वर्ष ही आवेदन के आधार पर एलटीएल क्वार्टरों का ट्रांसफर खरीदने वाले व्यक्ति के नाम पर करने के लिए संचिका बढ़ायी गयी थी. नगर प्रशासन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि प्रबंधन के पास 200 से अधिक आवेदन लंबित हैं. ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू होने के बाद आवेदन की संख्या में और बढ़ाेतरी होगी.
यह है नियम : एलटीएल क्वार्टर के लीज एग्रीमेंट में यह प्रावधान किया गया था कि लीजधारी क्वार्टरों का ट्रांसफर 10 वर्षों के बाद करा सकेंगे. इसके बदले में जिसके नाम से लीज ट्रांसफर होगा, उसे लीज की राशि का 25 प्रतिशत राशि एचइसी को देनी होगी.
एचइसी में क्वार्टरों को एलटीएल पर देने की शुरुआत वर्ष 1995 में की गयी थी. एचइसी कर्मियों को वर्ष 1995 के बाद वर्ष 2000, वर्ष 2002 व वर्ष 2006 में एचइसी के क्वार्टरों को एलटीएल पर दिया गया.
कुल 6784 क्वार्टरों को एलटीएल पर दिया गया. एलटीएल पर दिये गये क्वार्टरों में करीब 50 प्रतिशत आवास कर्मचारियों ने बेच दिया. सूत्रों का कहना है कि एचइसी प्रबंधन एलटीएल क्वार्टरों के लीज ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू कर देता, तो एचइसी को लाखों रुपये एकमुश्त प्राप्त होंगे. स्थिति यह है कि लोग एचइसी के क्वार्टरों की खरीद कर रह रहे हैं, लेकिन नुकसान सिर्फ एचइसी को हो रह है.
प्रबंधन के पास लीज ट्रांसफर का आवेदन आने के बाद भी लीज ट्रांसफर नहीं हो रहा है. इससे कंपनी को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रह है. अगर अधिकारी इस पर कार्रवाई करें तो प्रबंधन को आर्थिक लाभ होगा.
लालदेव सिंह, अध्यक्ष, हटिया कामगार यूनियन
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