रांची. नेपाल के काठमांडू में राजधानी रांची के 12 लोग फंसे हुए हैं. ये सभी रोटरेक्ट क्लब ऑफ जीनिया के कार्यक्रम में हिस्सा लेने नौ सितंबर को काठमांडू पहुंचे थे. क्लब की पूर्व अध्यक्ष सलोनी अरोड़ा ने बताया कि नेपाल में 11-12 सितंबर को क्लब का कार्यक्रम निर्धारित था, लेकिन सभी सदस्य दो दिन पहले ही पर्यटन उद्देश्य से नेपाल पहुंच गये थे. नेपाल पहुंचते ही वहां की स्थिति भयावह हो गयी. काठमांडू में हिंसक आंदोलन शुरू हो गया. बुधवार सुबह से नेपाल आर्मी ने मोर्चा संभाल लिया है. रांची से गये सभी लोग फिलहाल होटल में बंद हैं. उन्हें बाहर निकलने की अनुमति नहीं है. सलोनी ने बताया कि कर्फ्यू के कारण बाहर निकलना प्रतिबंधित है. उन्होंने खुद भी नेपाल जाने की योजना बनायी थी, लेकिन किसी कारणवश नहीं जा सकीं. फिलहाल वह सभी सदस्यों के संपर्क में हैं. नेपाल में इंटरनेट सेवा बाधित है, जिससे लगातार बात करना संभव नहीं हो पा रहा है. हालांकि, आखिरी बातचीत में यह स्पष्ट हुआ कि सभी लोग सुरक्षित हैं. होटल प्रबंधन की ओर से खाने-पीने की सुविधा दी जा रही है. सलोनी ने बताया कि भारतीय दूतावास सभी पर्यटकों से संपर्क में है और स्थिति पर नजर बनाये हुए है. नेपाल प्रशासन की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहा गया है.
ये लोग नेपाल में फंसे हैं
मयंक कुमार झा, रिया मिश्रा, ओम चौरसिया, अनिकेत मिश्रा, अंशु कुमार, आकाश कुमार, रिशू गोयल, सताक्षी मित्रा, स्वराज लिंडा, साम केरकेट्टा और मृणाल.
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