Advertisement
रांची : एस्सार, सेल समेत चार ने कोल ब्लॉक किया सरेंडर
सुनील चौधरी रांची : झारखंड में एक अप्रैल 2015 के बाद नीलामी व आवंटन से मिले 24 कोल ब्लॉक में चार कोल ब्लॉक ने सरेंडर कर दिया. इसमें एस्सार पावर, सेल व बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कॉर्प जैसी कंपनियों ने कोल ब्लॉक को चलाने में असमर्थता जाहिर करते हुए सरेंडर किया. एस्सार ग्रुप ने तो […]
सुनील चौधरी
रांची : झारखंड में एक अप्रैल 2015 के बाद नीलामी व आवंटन से मिले 24 कोल ब्लॉक में चार कोल ब्लॉक ने सरेंडर कर दिया. इसमें एस्सार पावर, सेल व बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कॉर्प जैसी कंपनियों ने कोल ब्लॉक को चलाने में असमर्थता जाहिर करते हुए सरेंडर किया. एस्सार ग्रुप ने तो दिल्ली हाइकोर्ट में याचिका दायर कर कोल ब्लॉक के नीलामी के समय में दिये गये करीब 300 करोड़ रुपये वापस करने की मांग की है. वहीं सेल द्वारा सरेंडर किये गये कोल ब्लॉक एक अप्रैल 2015 से पूर्व चालू था. उस समय यह इलेक्ट्रो स्टील के पास था और उनके द्वारा उत्पादन किया जा रहा था. पर अभी इस कोल ब्लॉक से उत्पादन बंद है.
क्या है मामला : वर्ष 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने देशभर में वर्ष 1993 के बाद से निजी कंपनियों व सार्वजनिक उपक्रमों को आवंटित कोल ब्लॉक का आवंटन रद्द कर इनकी फिर से नीलामी कराने का आदेश दिया था. निजी कंपनियों द्वारा जो कोल ब्लॉक चालू थे, उन्हें 31 मार्च 2015 तक ही चलाने का आदेश था. इसके पूर्व ही केंद्र सरकार को नीलामी की प्रक्रिया पूरी कर लेने का आदेश दिया गया था. केंद्र सरकार द्वारा तीन चरणों में नीलामी करायी गयी. वहीं सार्वजनिक उपक्रमों को आवंटन के आधार पर कोल ब्लॉक दिये गये.
एस्सार ने तोकीसूद कोल ब्लॉक नीलामी से हासिल किया था.पर्बतपुर सेंट्रल व सीतनाला कोल ब्लॉक सेल को आवंटन के आधार पर दिया गया. बादाम कोल ब्लॉक भी बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कॉर्प लिमिटेड(बीएसपीजीसीएल) को आवंटन के आधार पर दिया गया था.
एस्सार ने कोर्ट में मामला दायर किया : सूत्रों ने बताया कि एस्सार ने तोकीसूद कोल ब्लॉक मध्य प्रदेश में लगनेवाले महान पावर प्रोजेक्ट के लिए नीलामी में हासिल किया था. बताया गया कि नीलामी के समय यह प्रावधान था कि पावर प्लांट से उत्पादित बिजली के पावर परचेज एग्रीमेंट(पीपीए) में कोयले के उत्खनन लागत को फ्यूल कॉस्ट के रूप में टैरिफ में शामिल किया जायेगा. पर ऊर्जा मंत्रालय द्वारा बाद में संशोधन कर फ्यूल कॉस्ट की शर्त हटा दी. एस्सार के एक अधिकारी ने बताया कि इससे कोयले का लागत नहीं निकलता और किसी भी कंपनी के लिए यह घाटे का सौदा होता. यही वजह है कि एस्सार ने तोकीसूद कोल ब्लॉक को सरेंडर कर दिया.
वहीं सेल के पर्बतपुर सेंट्रल कोल ब्लॉक एक अप्रैल 2015 के पूर्व अॉपरेशन कोल ब्लॉक था. जो इलेक्ट्रोस्टील द्वारा संचालित था. उस समय करीब पांच हजार मजदूर कार्यरत थे. एक अप्रैल 2015 से यह कोल ब्लॉक बंद है. बाद में इसे सेल को आवंटित किया गया. सेल ने इसे चलाने में असमर्थता जताते हुए सरेंडर कर दिया है. साथ ही बोकारो स्थिति सीतनाला कोल ब्लॉक को भी चलाने में असमर्थता जताते हुए सरेंडर कर दिया गया है. बीएसपीजीसीएल ने भी बादाम कोल ब्लॉक के संचालन में असमर्थता जताते हुए सरेंडर कर दिया है.
बेरोजगार हो गये हैं 20 हजार से अधिक मजदूर
झारखंड में एक अप्रैल 2015 के पूर्व उत्पादन कर रहे पांच कोल ब्लॉक से केवल एक कोल ब्लॉक कठौतिया से ही उत्पादन आरंभ हो सका. चार कोल ब्लॉक से अब तक उत्पादन आरंभ नहीं हो सका है. जबकि इन कोल ब्लॉक में पूर्व में 20 हजार से अधिक मजदूर काम कर रहे थे.
फिलहाल सभी मजदूर बेरोजगार हो गये हैं. हालांकि नीलामी के समय यह दावा किया गया था कि अॉपरेशन कोल ब्लॉक शीघ्र चालू हो जायेंगे. पर तीन साल बीत जाने के बाद भी केवल एक कोल ब्लॉक ही चालू हो सका.
क्या है पूर्व में अॉपरेशनल कोल ब्लॉक की स्थिति
तोकीसुद नॉर्थ कोल ब्लॉक(हजारीबाग) : इसे एस्सार पावर एमपी लिमिटेड ने नीलामी से हासिल किया.अब सरेंडर कर दिया है. फिलहाल यह बंद है.
पचुवारा सेंट्रल कोल ब्लॉक(पाकुड़) : पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड को आवंटन के आधार पर कोल ब्लॉक मिला. कोयला मंत्रालय के पास ड्राफ्ट माइनिंग लीज डीड और कंपोजिट माइनिंग प्लांन की स्वीकृति लंबित है. अभी उत्पादन बंद है.
पचुवारा नॉर्थ कोल ब्लॉक(पाकुड़) : वेस्ट बंगाल पावर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड को आवंटन के आधार पर कोल ब्लॉक मिला. सीटीओ और सीटीइ मिलते ही उत्पादन आरंभ हो जायेगा.
पर्बतपुर कोल ब्लॉक(बोकारो) : सेल को आवंटन के आधार पर यह कोल ब्लॉक मिला. ओएनजीसी के कोल बेड मिथेन का 7.93 वर्ग किमी क्षेत्र ओवर लैप कर रहा था. जिसके कारण विवाद भी हुआ. अब सेल ने इसे सरेंडर कर दिया है.
जिसने किया सरेंडर
एस्सार के तोकीसूद नॉर्थ कोल ब्लॉक
सेल के पर्बतपुर सेंट्रल कोल ब्लॉक
सीतनाला कोल ब्लॉक
बीएसपीजीसीएल के बादाम कोल ब्लॉक
जो कोल ब्लॉक चालू है
हजारीबाग स्थित एनटीपीसी को आवंटित पकड़ी बरवाडीह कोल ब्लॉक
पलामू में हिंडाल्को को मिले कठौतिया कोल ब्लॉक
एनटीपीसी को हजारीबाग जिले में आवंटित चट्टी बरियातू और केरेडारी कोल ब्लॉक
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement