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रांची : वार्ड पार्षदों ने सफाईकर्मियों की सूची फाड़ी मेयर से कहा : एस्सेल इंफ्रा को चलता करें

निगम बोर्ड की बैठक में उठा शहर की बदहाल सफाई व्यवस्था का मुद्दा रांची : रांची नगर निगम बोर्ड की बैठक सोमवार दोपहर 12:00 बजे नगर निगम सभागार में शुरू हुई, जो शाम 6:00 बजे तक चली. बैठक में मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, सहायक नगर आयुक्त ज्योति कुमार सहित वार्ड पार्षद उपस्थित […]

निगम बोर्ड की बैठक में उठा शहर की बदहाल सफाई व्यवस्था का मुद्दा
रांची : रांची नगर निगम बोर्ड की बैठक सोमवार दोपहर 12:00 बजे नगर निगम सभागार में शुरू हुई, जो शाम 6:00 बजे तक चली. बैठक में मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, सहायक नगर आयुक्त ज्योति कुमार सहित वार्ड पार्षद उपस्थित थे.
बैठक शुरू होते ही पार्षदों ने सफाई व्यवस्था को लेकर हंगामा शुरू कर दिया. कहा कि पूरी राजधानी में डेंगू और चिकनगुनिया का प्रकोप फैला हुआ है, लेकिन सफाई व्यवस्था पटरी पर नहीं आ पा रही है. शहर की सफाई व्यवस्था संभाल रही कंपनी रांची एमएसडब्ल्यू (रांची नगर निगम और एस्सेल इंफ्रा का ज्वाइंट वेंचर) को इससे कोई मतलब नहीं है. ऐसे में पार्षदों को प्रतिदिन लोगों की खरी-खोटी सुननी पड़ रही है. ऐसे में एस्सेल इंफ्रा को जल्द से जल्द यहां से चलता किया जाना चाहिए. आक्रोशित पार्षदों ने बैठक से पूर्व मिले सफाई कर्मचारियों की सूची भी फाड़ दी और नारेबाजी करते हुए मेयर के सामने पहुंच गये. पार्षदों का आक्रोश देख मेयर ने बैठक को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया.
250 अतिरिक्त सफाई कर्मचारी लगाये गये हैं : दोबारा जब बैठक शुरू हुई, तो उप नगर आयुक्त ने पार्षदों को बताया कि अतिरिक्त 250 कर्मचारियों को लगाकर शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने का प्रयास किया जा रहा है. इसके अलावा 50 से अधिक सफाई वाहन भी बढ़ाये जा रहे हैं. नयी व्यवस्था के लागू होने के 15 दिन बाद इसकी समीक्षा की जायेगी. इसके बाद अगर इसमें कुछ कमी पायी गयी, तो सफाई कर्मचारियों की संख्या में और बढ़ोतरी की जायेगी.
पार्किंग पॉलिसी पर कोई बात नहीं हुई : बैठक में मेयर, डिप्टी मेयर और पार्षदों के वेतन वृद्धि के प्रस्ताव को पांच मिनट में ही पास कर दिया गया. जबकि, नगर निगम द्वारा बनायी गयी उस पार्किंग पॉलिसी पर कोई चर्चा नहीं हुई, जिसकी वजह से पूरे शहर में सड़कों पर वाहन खड़ा करना लोगों के लिए दूभर हो गया है. मजे की बात यह है कि बैठक में मौजूद किसी पार्षद ने इस मुद्दे को उठाना जरूर नहीं समझा.
निगम अस्पताल को अपने हाथों में लेगा निगम : रातू रोड स्थित निगम अस्पताल का संचालन रांची नगर निगम अपने हाथ में लेगा. अभी इस अस्पताल का संचालन देवकमल अस्पताल द्वारा किया जा रहा है. डिप्टी मेयर ने कहा कि जिस उद्देश्य के साथ देवकमल को अस्पताल सौंपा गया था, उसका लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है. इसलिए तीन माह के अंदर इस अस्पताल को रांची नगर निगम अपने हाथ में ले लेगा.
नये और पुराने वार्ड पार्षद दो बार आपस में भिड़े : बैठक में दो बार ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गयी, जिसमें नये व पुराने वार्ड पार्षद आपस में भिड़ गये. निगम के नये चुने गये वार्ड पार्षदों ने आरोप लगाया कि पुराने वार्ड पार्षद उन्हें कुछ बोलने ही नहीं देते हैं. ऐसे में वे अपने क्षेत्र की समस्या सही तरीके से रख ही नहीं पाते हैं. नये-पुराने पार्षदों के बीच चली इस खींचतान की वजह से भी बैठक दूसरी बार आधे घंटे तक बाधित रहा.
छह हजार का डस्टबिन 13 हजार में खरीदा, कार्रवाई हो : बैठक में पार्षद ओमप्रकाश ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान नगर निगम ने जो डस्टबिन 13 हजार रुपये में खरीदे थे, उसका वास्तविक मूल्य करीब छह हजार रुपये है. ऐसे में इस पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच करायी जानी चाहिए. जांच में जो भी दोषी पाया जायेगा, उस पर कार्रवाई की जाये. इस मामले की जांच के लिए मेयर ने एक कमेटी के गठन की बात कही.
रांची : वार्ड पार्षद साजदा खातून के घर भी मिले चिकनगुनिया और डेंगू के लार्वा
रांची : डेंगू और चिकनगुनिया के प्रकोप को देखते हुए सोमवार को रांची नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग द्वारा हिंदपीढ़ी में वृहद लार्वा जांच अभियान शुरू किया गया. इसके तहत 898 घरों में जमा पानी की जांच की गयी. इसमें 219 घरों के पानी में डेंगू व चिकनगुनिया का लार्वा पाये गये. वहीं, 3945 खुली जगहों से पानी का सैंपल लिया गया.
इसमें 357 जगहों पर डेंगू व चिकनगुनिया के लार्वा पाये गये. जांच अभियान की सबसे खास बात यह रही कि हिंदपीढ़ी क्षेत्र के वार्ड नंबर-23 की पार्षद साजदा खातून के घर से लिये गये पानी के दो सैंपल में भी डेंगू और चिकनगुनिया का लार्वा पाये गये हैं. इधर, 576 जगहों पर डेंगू और चिकनगुनिया का लार्वा पाये जाने पर नगर निगम ने मंगलवार को भी हिंदपीढ़ी क्षेत्र में अभियान जारी रखने का निर्णय लिया है.
अभियान के दौरान कोई जगह छूट न जाये, इसके लिए नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की 15 टीमों बनायी हैं. ये टीमें लोगों के घर के अंदर जमा पानी, छत पर पुराने बरतन व टायर में जमा पानी की जांच कर रही हैं. निगम ने लोगों से अपील भी की है कि वे अपने घर में व अपने घर के आसपास में कहीं पर भी बारिश का पानी जमने न दें.
हिंदपीढ़ी के इन मोहल्लों में चला जांच अभियान
जांच अभियान के तहत हिंदपीढ़ी के मोजाहिद नगर, माली टोला, मुंडा टोली, हरिजन टोली, मुबारक गली में सबसे अधिक लार्वा पाये गये. वहीं, मुन्ना गली, पीपी कंपाउंड, नेजाम नगर व गुलमोहर स्ट्रीट में सबसे कम जगहों पर यह लार्वा पाया गया. जांच अभियान में विशेष तौर पर कीट विज्ञानी साग्या सिंह, निगम के सिटी मैनेजर संदीप कुमार, अंबुज कुमार सिंह, मृत्युंजय पांडेय व साैरभ कुमार वर्मा शामिल थे.
निगम सफा ई करता नहीं है, तो यही होगा : पार्षद
अपने घर में डेंगू व चिकनगुनिया के लार्वा पाये जाने के सवाल पर वार्ड-23 की पार्षद साजदा खातून ने साफ इनकार कर दिया. लेकिन, जब टीम की जांच रिपोर्ट का हवाला देकर सवाल किया गया, तो पार्षद ने इसका ठीकरा नगर निगम पर फोड़ दिया. कहा : नगर निगम की ओर से सफाई नहीं की जाती है.
ऐसे में लार्वा तो मिलेगा ही. निगम को अपनी व्यवस्था दुरुस्त करनी होगी. वार्ड पार्षद यहीं नहीं रुकीं, कहने लगीं : लोगों की सेवा के लिए हमने क्या-क्या नहीं किया है. ऐसे में हमारे घर में डेंगू और चिकनगुनिया के लार्वा मिले हैं, ऐसी खबर न छापी जाये.
हिंदपीढ़ी में लगाया गया स्वास्थ्य शिविर
राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन योजना एवं रहमानी एजुकेशनल एंड वेलफेयर ट्रस्ट ने हिंदपीढ़ी के निजाम नगर स्थित मदरसा रहमानिया में सोमवार को स्वास्थ्य शिविर लगाया. इसमें लोगों की जांच की गयी. साथ ही कुछ मरीजों के ब्लड सैंपल भी लिये गये. डॉ अनु बॉबी एवं उनके टीम ने कैंप में सहयोग दिया.

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