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चार नवांगीभूत कॉलेजों के शिक्षकों की प्रोन्नति पर महाधिवक्ता से ली जायेगी राय
रांची विश्वविद्यालय सिंडिकेट की विशेष बैठक में लिया गया निर्णय रांची : रांची विश्वविद्यालय के चार नवांगीभूत कॉलेजों के शिक्षकों को नियुक्ति तिथि से प्रोन्नति का लाभ देने के मामले में बुधवार को हुई सिंडिकेट की बैठक में कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका. बैठक में निर्णय लिया गया कि शिक्षकों को नियुक्ति की […]
रांची विश्वविद्यालय सिंडिकेट की विशेष बैठक में लिया गया निर्णय
रांची : रांची विश्वविद्यालय के चार नवांगीभूत कॉलेजों के शिक्षकों को नियुक्ति तिथि से प्रोन्नति का लाभ देने के मामले में बुधवार को हुई सिंडिकेट की बैठक में कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका.
बैठक में निर्णय लिया गया कि शिक्षकों को नियुक्ति की तिथि से प्रोन्नति देने के प्रस्ताव पर महाधिवक्ता की राय ली जायेगी. प्रोन्नति की फाइल महाधिवक्ता की राय के लिए भेजी जायेगी. इस मामले को लेकर सिंडिकेट की अगली बैठक 24 जुलाई को प्रस्तावित है. बैठक की अध्यक्षता कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय ने की़
नवांगीभूत कॉलेजों के शिक्षकों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक में योगदान की तिथि से सेवा गणना के आधार पर प्रोन्नति की अनुशंसा की जानी है. 23 सितंबर 1995 के बाद से नवांगीभूत कॉलेजों के शिक्षकों को कालबद्ध प्रोन्नति का लाभ नहीं दिया गया है.
नियमावली के अनुरूप दस वर्ष की निर्बाध सेवा पूरी करने पर कालबद्ध प्रोन्नति देने का प्रावधान है, पर मामला कोर्ट में चले जाने के कारण प्रोन्नति नहीं दी जा सकी. रांची विवि में पीपीके कॉलेज बुंडू, मांडर कॉलेज मांडर, बीएन जालान कॉलेज सिसई व केसीबी काॅलेज बेड़ो नवांगीभूत कॉलेज हैं. उल्लेखनीय है कि सरकार ने नवांगीभूत काॅलेजों का अधिग्रहण 1986 में किया था. बैठक में प्रतिकुलपति प्रो कामिनी कुमार, कुलसचिव डॉ अमर कुमार चाैधरी, प्रॉक्टर डॉ दिवाकर मिंज, डीएसडब्लयू डॉ पीके वर्मा, डॉ श्रवण सिंह, एडवर्ड सोरेन व अर्जुन राम समेत कई सदस्य मौजूद थे.
अंदर चल रही थी बैठक बाहर बेचैन थे शिक्षक
इधर, नवांगीभूत कॉलेजों के शिक्षकों की प्रोन्नति को लेकर कुलपति कार्यालय के सभागार में बैठक चल रही थी. उधर, बाहर में शिक्षक सिंडिकेट की बैठक का निर्णय जानने के लिए परेशान थे. इससे पूर्वशिक्षक कैंपस में जमे हुए थे. जैसे ही बैठक समाप्त होने की सूचना मिली, सभी शिक्षक बैठक कक्ष के बाहर जमा हो गये. गेट खोल कर सदस्यों से निर्णय के बारे में पूछने लगे. अंदर से इशारा किया गया कि कोई निर्णय नहीं हुआ है. इसके बाद शिक्षक आंदोलन की बात करने लगे.
हम आपके लिए काम कर रहे हैं और आप हमें भाषण दे रहे हैं : वीसी
बैठक समाप्त होने के बाद शिक्षक कुलपति कक्ष में पहुंच गये. कुलपति से बैठक में लिये गये निर्णय के बारे में पूछा. कुलपति ने कहा कि विवि नियम व प्रावधान के अनुरूप शिक्षकों के हित में निर्णय लेगा.
इस पर मांडर कॉलेज के एक शिक्षक ने तेज आवाज में कहा कि हम देख रहे हैं विवि शिक्षकों के हित में क्या कर रहा है. हम लोग वर्षों से प्रोन्नति को लेकर लड़ रहे हैं, पर आज भी वहीं हैं जहां पहले थे. इस पर कुलपति ने कहा कि हम आपके लिए काम कर रहे हैं और आप हमें ही भाषण दे रहे हैं. अापका मामला अगली बैठक में फिर रखा जायेगा. इसके बाद शिक्षक ने कुलपति को सॉरी कहते हुए कहा कि आप हमारे अभिभावक हैं. हमें आप पर विश्वास है.
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