बंगाल के अस्पतालों में झारखंड के मरीजों का इलाज नहीं करने का मामला
रांची : स्वास्थ्य सचिव निधि खरे ने जामताड़ा के सिविल सर्जन (सीएस) से रिपोर्ट मांगी है. उनसे झारखंड के मरीजों का बंगाल के अस्पतालों में इलाज न होने संबंधी ब्योरा मांगा गया है. गौरतलब है कि प्रभात खबर में 20 मई को एक खबर छपी थी. इसमें बताया गया था कि बंगाल के सरकारी अस्पतालों में झारखंड के मरीजों के लिए नो-इंट्री हो गयी है. यानी झारखंड के मरीजों का बंगाल के सरकारी अस्पतालों में इलाज नहीं हो सकता.
झारखंड के मरीजों को यह कहकर लौटा दिया जा रहा है कि ऊपर से आदेश है कि झारखंड के मरीजों का बंगाल में इलाज नहीं होगा. गौरतलब है कि संताल परगना प्रमंडल का जामताड़ा व दुमका जिला बंगाल से सटा हुआ है.
अक्सर मरीज इलाज के लिए बंगाल के सिउड़ी सदर अस्पताल जाते हैं. पिछले कुछ दिनों से सिउड़ी सदर अस्पताल जानेेवाले झारखंड के मरीजों को अस्पताल बिना इलाज के लौटा दे रहा है. दरअसल जामताड़ा जिले के कुंडहित, नाला, फतेहपुर के अलावा दुमका जिले के मसलिया, रानेश्वर आदि प्रखंडों के ज्यादातर मरीज इलाज के लिए सिउड़ी अस्पताल पर निर्भर रहते हैं.
