रांची : दामोदर बचाओ आंदोलन के अध्यक्ष सह राज्य के मंत्री सरयू राय की अध्यक्षता में गुरुवार को दामोदर नद की समीक्षा बैठक की गयी. मंत्री ने कहा कि आंदोलन के बाद दामोदर की स्थिति में काफी सुधार आया है. यह औद्योगिक प्रदूषण से लगभग मुक्त हो चुका है. उन्होंने कहा कि अब नगर निकाय, कोलियरी का मल-मूत्र व जल जो सीधा नद में गिरता है, उसके खिलाफ अभियान चलाया जायेगा. श्री राय ने बताया कि बोकारो स्टील के द्वारा जल शोधन प्लांट का उद्घाटन मकर संक्रांति के दिन किया गया है. दूसरा प्लांट मार्च तक बनकर तैयार होने की उम्मीद है.
बैठक में तय किया गया कि 22 से 29 मई तक पर्यावरण मेला का आयोजन रांची के आड्रे हाउस में किया जायेगा. 22 मई को जैव विविधता दिवस के अवसर पर कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा. 24 मई को गंगा दशहरा के अवसर पर दामोदर के किनारे करीब 24 स्थानों पर दामोदर महोत्सव सह नद पूजन कार्यक्रम होगा. इसके अलावा सभी जिलों के मुख्यालय में गोष्ठी होगी. 26 मई को बच्चों के लिए चित्रकारी और निबंध प्रतियोगिता हाेगी.
27 मई को साहित्य सम्मेलन का आयोजन हिंदी, बंगला और उड़िया भाषा में होगा. 28 और 29 मई को आनुवंशिक जैव विविधता और मानव स्वास्थ्य पर कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा. साथ ही पद्मश्री स्वर्गीय प्रोफेसर लालजी सिंह की स्मृति में स्मारिका का विमोचन भी होगा. बैठक में युगांतर भारती के अध्यक्ष अंशुल शरण, दामोदर बचाओ आंदोलन के संयोजक प्रवीण सिंह, नेचर फाउंडेशन के ट्रस्टी निरंजन सिंह, राधेश्याम अग्रवाल, आशीष शीतल, कृष्ण लाल रुंगटा, सुरेंद्र सिन्हा, आनंद झा, बालकृष्ण सिंह, अनिल स्वर्णकार, अरुण राय, अश्विनी दराद, श्रवण सिंह, देवेंद्र सिंह, राजेश्वर शर्मा, समीर सिंह आदि उपस्थित थे.
पुस्तक का विमोचन
दामोदर बचाओ आंदोलन की बैठक के दौरान मंत्री सरयू राय ने बालयोगी ज्ञानानंद जी मानव द्वारा लिखित तीन पुस्तकों का विमोचन किया. इन पुस्तकों का नाम ‘क्यों इस कानून को मारक अस्त्र भी नहीं भेद सकता’, ‘हवा क्या है तथा’ अौर ‘धर्म का माल धर्म का’ है.
इन पुस्तकों में कानून, पर्यावरण तथा धन के व्यय संबंधी विचार हैं. पुस्तक विमोचन के अवसर पर युगांतर भारती के कार्यकारी अध्यक्ष अंशुल शरण, प्रेस क्लब के संयुक्त सचिव आनंद कुमार, सिटीजन फाउंडेशन के गणेश रेड्डी, निरंजन सिंह, समीर सिन्हा आदि उपस्थित थे.