10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

कोयला से मिथेनॉल बनाने पर देना होगा जोर, बोले झारखंड के सीएम रघुवर दास

रांची : तीन दिवसीय झारखंड माइनिंग शो 2017 के समापन समारोह से पहले मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बुधवार को कहा कि कारोबारी झारखंड में निवेश करने के लिए तैयार हैं. अब कोयले से मिथेनॉल बनाने पर जोर देना होगा. उन्होंने खनन कंपनियों से अपील की कि वे झारखंड में खनन उत्पादन बढ़ाने में सहयोगी बनें. […]

रांची : तीन दिवसीय झारखंड माइनिंग शो 2017 के समापन समारोह से पहले मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बुधवार को कहा कि कारोबारी झारखंड में निवेश करने के लिए तैयार हैं. अब कोयले से मिथेनॉल बनाने पर जोर देना होगा. उन्होंने खनन कंपनियों से अपील की कि वे झारखंड में खनन उत्पादन बढ़ाने में सहयोगी बनें.

मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि झारखंड के युवाओं को शिक्षित करने के लिए गढ़वा, देवघर, हंसडीहा, गुमला और कांके में कृषि महाविद्यालय की स्थापना की गयी है. अपने ट्वीट के जरिये सीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीद्वारा व्यापार सुधार की दिशा में उठाये गये कदम की सराहना भी की. उन्होंने लिखा, ‘धन्यवाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, आपके नेतृत्व में हुए आर्थिक सुधारों के दम पर ही हमयहां तक पहुंच सकेहैं. हर हिंदुस्तानी को आप पर गर्व है.’

पाकिस्तान के बिना हिन्दुस्तान अधूरा, अखंड भारत भाजपा का सपना : रघुवर दास

माइनिंग शो का समापन एक नवंबर को है. दोपहर 2 बजे से समापन समारोह का आयोजन होगा. झारखंड में खनिजों की खोज की लिए एमइसीएल के साथ एमओयू होगा. मुख्य अतिथि केंद्रीय खान सचिव अरुण कुमार होंगे. एसएसटीसी के सीएमडी बीबी सिंह, मेकन सीएमडी अतुल भट्ट, एमइसीएल के सीएमडी गोपाल धवन, एनएमडीसी के सीएमडी एन बैजेंद्र कुमार, मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, अपर मुख्य सचिव अमित खरे व खान सचिव सुनील बर्णवाल भी मौजूद रहेंगे.

ज्ञात हो कि झारखंड माइनिंग शो 2017 के दूसरे दिन तकनीकी सत्र का सेमिनार कोयले के वैकल्पिक उपयोग पर आधारित रहा. सेमिनारमें अडाणी ग्रुप के सीइओ राजेश झा ने कहा कि कोयले से सिंथेटिक गैस के विकल्प पर जाना चाहिए. ऐसा करनेसे हम कोयले के आयात में 50 प्रतिशत की कमी कर सकते हैं.

महारैली: भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का लिया संकल्प, बोले वक्ता लोगों से जमीन छीन रही सरकार

उन्होंने कहा कि कोयला से यूरिया, अमोनिया, मिथेनॉल जैसे केमिकल बनते हैं. देश में अर्से से कोयला का इस्तेमाल केवल बिजली उत्पादन के लिए किया जाता है. इसके वैल्यू एडिशन पर जोर दिया जाये, तो बिजली से ज्यादा आय हो सकती है. श्री झा ने कहा कि इस समय चीन कोयला से फर्टिलाइजर, पेट्रो केमिकल जैसे उत्पाद बना रहा है. वह 500 मीट्रिक टन का उत्पादन कर रहा है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें