गौरतलब है कि सफाई कर्मचारियों ने के पीएफ, इएसआइ और नियुक्ति पत्र के मुद्दे पर पिछले सप्ताह बुधवार से हड़ताल कर दी थी. तीन दिन चली हड़ताल के बाद कंपनी के अधिकारियों ने कर्मचारियों के साथ वार्ता कर कहा था कि 72 घंटों के अंदर उनकी समस्याओं का समाधान कर दिया जायेगा. आश्वासन मिलने के बाद कंपनी के सफाई कर्मचारी शुक्रवार देर रात से काम पर लौटे थे. हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर सोमवार तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो दोबारा हड़ताल करेंगे.
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तोड़ दिया वादा: वार्ता के लिए नहीं पहुंचे रांची एमएसडब्ल्यू के अधिकारी, फिर हड़ताल पर गये सफाईकर्मी 13 वार्डों की सफाई व्यवस्था ठप
रांची:बीते दिनों हुए वादे के मुताबिक पीएफ, इएसआइ और नियुक्त पत्र को लेकर सोमवार को रांची एमएसडब्ल्यू के वरीय अधिकारियों और सफाई कर्मचारियों के बीच वार्ता होनी थी. सफाई कर्मचारियों ने तय तारीख की देर रात तक कंपनी के अधिकारियों का इंतजार किया, लेकिन कंपनी के कोई अधिकारी वार्ता करने के लिए नहीं पहुंचा. अधिकारियों […]
रांची:बीते दिनों हुए वादे के मुताबिक पीएफ, इएसआइ और नियुक्त पत्र को लेकर सोमवार को रांची एमएसडब्ल्यू के वरीय अधिकारियों और सफाई कर्मचारियों के बीच वार्ता होनी थी. सफाई कर्मचारियों ने तय तारीख की देर रात तक कंपनी के अधिकारियों का इंतजार किया, लेकिन कंपनी के कोई अधिकारी वार्ता करने के लिए नहीं पहुंचा. अधिकारियों की वादाखिलाफी से नाराज सफाई कर्मचारियों ने निर्णय लिया कि वे मंगलवार से हड़ताल पर चले जायेंगे.
गौरतलब है कि सफाई कर्मचारियों ने के पीएफ, इएसआइ और नियुक्ति पत्र के मुद्दे पर पिछले सप्ताह बुधवार से हड़ताल कर दी थी. तीन दिन चली हड़ताल के बाद कंपनी के अधिकारियों ने कर्मचारियों के साथ वार्ता कर कहा था कि 72 घंटों के अंदर उनकी समस्याओं का समाधान कर दिया जायेगा. आश्वासन मिलने के बाद कंपनी के सफाई कर्मचारी शुक्रवार देर रात से काम पर लौटे थे. हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर सोमवार तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो दोबारा हड़ताल करेंगे.
मंत्री ने कहा था : 15 से पहले सभी वार्डों में शुरू हुई सफाई, तो व्यक्तिगत रूप से सम्मानित करूंगा कंपनी के अधिकारियों को
नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने पिछले दिनों शहर की सफाई व्यवस्था संभाल रही कंपनी रांची एमएसडब्ल्यू से कहा था कि वह 15 सितंबर तक शहर के सभी 55 वार्डों में सफाई व्यवस्था अपने हाथ में ले ले. मंत्री ने यह भी कहा था कि अगर कंपनी 15 सितंबर से पहले ही सभी वार्डों में सफाई व्यवस्था बहाल कर देती है, तो वे व्यक्तिगत रूप से कंपनी के अधिकारियों काे बुला कर सम्मानित करेंगे. मंत्री द्वारा निर्धारित की गयी तिथि को पूरे होने में अब सिर्फ चार दिन बचे हैं, लेकिन अब तक कंपनी ने केवल 33 वार्डों में ही सफाई का शुरू किया है.
अधिकारी बोले : जमीन विवाद के कारण कई जगहों पर नहीं बने कचरा ट्रांसफर स्टेशन
इधर, रांची एमएसडब्ल्यू के अधिकारी कहते हैं कि कुछ जगहों पर रांची नगर निगम ने कचरा ट्रांसफर स्टेशन बनाने के लिए हमें जमीन तो दी, लेकिन जमीन विवाद के कारण इन जगहों पर ट्रांसफर स्टेशन का निर्माण नहीं हो पाया. इस वजह से पूरे शहर में सफाई व्यवस्था बहाल करने में देर हो रही है. फिलहाल खादगढ़ा बाजार और आइटीआइ बस स्टैंड का कचरा ट्रांसफर स्टेशन बन कर तैयार है.
संतोषजनक नहीं है कंपनी का काम
दो अक्तूबर 2016 को कंपनी ने राजधानी में बड़े ही तामझाम के साथ सफाई व्यवस्था को संभाला था. कंपनी ने इस दिन चार वार्डों में कूड़ा कलेक्शन का काम प्रारंभ किया था. इस दौरान बड़े-बड़े दावे किये गये थे कि कंपनी द्वारा दिन में दो बार कूड़े का उठाव किया जायेगा. हूटर वाले वाहन मोहल्लों में घूमेंगे, ताकि लोगों को यह पता चले कि कूड़ा वाहन मोहल्ले में आया है. लेकिन्र जैसे-जैसे दिन गुजरता गया, कंपनी की सफाई व्यवस्था भी ढीली होती गयी. आज कंपनी जिन 33 वार्डों में सफाई कराती है, वहां भी प्रतिदिन कचरा नहीं उठ रहा है. इधर, कंपनी के सफाई कर्मचारी पिछले 11 महीने में 12 बार हड़ताल कर चुके हैं.
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