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अब झारखंड में सिर्फ सरकारी स्कूल-कॉलेजों के शिक्षक ही जांचेंगे मैट्रिक परीक्षा की कॉपी
रांची: मैट्रिक व इंटरमीडिएट उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन में स्थापना अनुमति व प्रस्वीकृति प्राप्त (मान्यता प्राप्त) हाइस्कूल व इंटर कॉलेजों के शिक्षक नहीं लगाये जायेंगे. सरकार ने झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) को कहा है कि कॉपियों के मूल्यांकन में इन स्कूल-कॉलेजों के शिक्षकों को संबंद्ध नहीं किया जाये. जैक को भेजे गये पत्र में कहा गया […]
रांची: मैट्रिक व इंटरमीडिएट उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन में स्थापना अनुमति व प्रस्वीकृति प्राप्त (मान्यता प्राप्त) हाइस्कूल व इंटर कॉलेजों के शिक्षक नहीं लगाये जायेंगे. सरकार ने झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) को कहा है कि कॉपियों के मूल्यांकन में इन स्कूल-कॉलेजों के शिक्षकों को संबंद्ध नहीं किया जाये. जैक को भेजे गये पत्र में कहा गया है कॉपियों की जांच में सरकारी हाइस्कूल व प्लस टू विद्यालय के शिक्षकों को ही लगाया जाये, ताकि मूल्यांकन कार्य में किसी प्रकार की अनियमितता की गुंजाइश नहीं हो. इसके अलावा इन स्कूल-कॉलेजों में मूल्यांकन केंद्र भी नहीं बनाये जायेंगे.
जैक को कहा गया है कि परीक्षा संचालन व परीक्षा केंद्र निर्धारण के लिए फिर से नियमावली व गाइडलाइन तैयार की जाये. सरकार ने प्री बोर्ड परीक्षा में सफल विद्यार्थियों को ही परीक्षा में शामिल करने का निर्देश दिया है. प्री बोर्ड परीक्षा कड़ाई से लेने को कहा गया है. जैक की ओर से अब तक केवल मैट्रिक में प्री बोर्ड परीक्षा ली जाती थी. अब कक्षा 11वीं में प्री बोर्ड परीक्षा ली जायेगी. प्री बोर्ड परीक्षा में सफल होने वाले विद्यार्थियों को मैट्रिक व इंटरमीडिएट की परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दी जायेगी.
सरकारी स्कूलों में होगी 21 हजार नियुक्ति
राज्य के सरकारी हाइस्कूल व प्लस टू विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है. उच्च विद्यालय में शिक्षकों के 23 हजार पद में से 18 हजार पद रिक्त हैं. हाइस्कूल में लगभग 18 हजार शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की गयी है. इसके अलावा 280 प्लस टू उच्च विद्यालयों में तीन हजार शिक्षकों की नियुक्ति की अधियाचना झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग को भेज दी गयी है. शिक्षकों की कमी के कारण मूल्यांकन कार्य में परेशानी होती है. शिक्षकों की नियुक्ति के बाद सरकारी शिक्षक से भी मूल्यांकन कार्य पूरा हो सकता है.
इस वर्ष परीक्षा में हुई थी गड़बड़ी
इस वर्ष मैट्रिक व इंटरमीडिएट की परीक्षा में गड़बड़ी का मामला सामने आया था. बोकारो में मैट्रिक व रांची में इंटरमीडिएट साइंस की उत्तरपुस्तिका परीक्षा केंद्र से बाहर ले जाकर लिखने का मामला सामने आया था. रांची में जिस विद्यालय में परीक्षा केंद्र बनाया गया था, वह स्थापना अनुमति प्राप्त हाइस्कूल था, जबकि इंटर कॉलेज के परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे. बोकारो में भी प्रस्वीकृति प्राप्त हाइस्कूल में गड़बड़ी हुई थी. हजारीबाग स्थित कुछ परीक्षा केंद्र पर भी नकल का मामला सामने आया था. सभी स्कूल स्थापना अनुमति प्राप्त थे.
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