रांची (वरीय संवाददाता). कोल इंडिया लिमिटेड रिटायरकर्मियों के पेंशन फंड में प्रति टन 10 रुपये देगा. कोल इंडिया ने यह जानकारी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (बीएसइ) एवं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड को यह जानकारी दी है. प्रबंधन ने बताया है कि बोर्ड ने आयोजित अपनी बैठक में अन्य बातों के साथ-साथ सीएमपीएस-1998 के कोष में योगदान करने पर सहमति बना दी है.
कोल इंडिया ने कोयले की अधिसूचित कीमत में 10 रुपये प्रति टन की वृद्धि को मंजूरी दी है. मौजूदा 10 रुपये प्रति टन से बढ़ाकर गैर-कोकिंग के लिए 20 रुपये प्रति टन और कोकिंग कोयले के लिए 10 रुपये प्रति टन कर दिया गया है. यह फैसला 16 अप्रैल 2025 से लागू होगा. बीओटी की बैठक में पेंशन फंड की मजबूती के लिए 10 रुपये प्रति टन और देने को लेकर सहमति बनी थी.करीब पांच लाख हैं पेंशनधारी
कोल इंडिया में लगभग पांच लाख पेंशनधारी हैं. काम करने वाले वालों की संख्या दो लाख से कुछ अधिक है. इस कारण पेंशन में कर्मियों का योगदान कम हो गया है. इस कारण पेंशन फंड की स्थिति खराब हो गयी है. वर्तमान स्थिति में कोल इंडिया वर्तमान पेंशन फंड से पांच साल बाद पेंशन देने की स्थिति में नहीं होगी. अभी से ही पेंशन फंड में घाटा का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. वर्ष 2024-25 में नवंबर माह तक 3389.53 करोड़ राशि पेंशन फंड में आयी, इससे 3705.76 करोड का भुगतान हुआ. वर्ष 2021-22 में पेंशन फंड में जमा राशि 4187.82 करोड़ रुपये थी. इनमें से पेंशन का भुगतान 4449.74 करोड़ हुआ.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है