शिक्षकों ने जिला प्रशासन से उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है प्रतिनिधि, गिद्दी राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय, कुरकुट्टा में चहारदीवारी का निर्माण कार्य अधूरा है, लेकिन अभिकर्ता ने कार्य को पूरा दिखा कर अधिकांश पैसे की निकासी कर ली है. इससे शिक्षकों में नाराजगी है. विद्यालय के शिक्षकों ने हजारीबाग उपायुक्त व मुख्यमंत्री से लिखित शिकायत करने का निर्णय लिया है. जानकारी मिली है कि लाखों रुपये की लागत से पिछले वर्ष विद्यालय परिसर में चहारदीवारी का निर्माण कार्य शुरू किया था. इस वर्ष जनवरी माह में कार्य जैसे-तैसे पूरा दिखा कर अभिकर्ता ने पैसे की निकासी कर ली. इसके कई कार्य अधूरे हैं. शिक्षकों का कहना है कि चहारदीवारी का प्लास्टर एक-दो जगहों पर अधूरा है. निर्माण की गुणवत्ता मानक के अनुरूप नहीं है. शिक्षकों ने आरोप लगाया कि मुख्य गेट के बाहरी हिस्से में पेंटिंग की गयी है, लेकिन अंदर के हिस्से में नहीं की गयी है. चहारदीवारी का रंगरोगन भी जैसे-तैसे किया गया है. निर्माण कार्य में 16 एमएम की जगह 12 एमएम का छड़ लगाया गया है. इसके अलावा चिमनी ईंट की जगह अधिकांश बंगला ईंट का उपयोग किया गया है. शिक्षकों ने आरोप लगाया कि अभियंता एक दिन भी साइट निरीक्षण करने नहीं पहुंचे. इसका निर्माण कार्य बिना तकनीकी निगरानी के पूरा किया गया है. इसका मुख्य गेट जो लगना चाहिए था, वह भी मानक के अनुरूप नहीं लगाया गया है. गेट की गुणवत्ता और मजबूती दोनों पर शिक्षकों ने आपत्ति दर्ज की है. शिक्षकों ने जिला प्रशासन से इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. एक जगह प्लास्टर छूट गया है, उसे जल्द पूरा करा दिया जायेगा : इस संबंध में अभिकर्ता गौतम कुमार वर्मा का कहना है कि चहारदीवारी का निर्माण कार्य पूरा कर दिया गया है. एक जगह प्लास्टर छूट गया है, उसे जल्द पूरा करा दिया जायेगा. सरकारी योजना से नौ लाख 98 हजार रुपये की लागत से इसका निर्माण कार्य कराया गया है. वहीं, शिक्षकों का कहना है कि इसका कार्य डीएमएफटी फंड से हुआ है.
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