रामगढ़ : एनएच-33 (फोर लेन) सड़क निर्माण के लिए हुए भूमि अधिग्रहण के मुआवजा भुगतान में करीब चार करोड़ रुपये का घोटाला उजागर हुआ है. मामला मांडू प्रखंड के जोड़ाकरम गांव का है. झामुमो ने एक माह पूर्व गलत भुगतान की शिकायत उपायुक्त राजेश्वरी बी से की थी.
उन्होंने पूरे मामले की जांच का आदेश दिया था. जांच के बाद दोषी पाये गये अधिकारियों व कर्मचारियों पर डीसी ने एफआइआर के साथ विभागीय कार्रवाई का निर्देश दिया. इसके आलोक में जिला भू-अर्जन पदाधिकारी गौरांग महतो ने मंगलवार देर शाम रामगढ़ थाना में पूर्व जिला भू अर्जन पदाधिकारी लियाकत अली समेत पांच अन्य कर्मचारियों के अलावा कई लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया.
इन कर्मचारियों पर हुई प्राथमिकी : जिला भू-अर्जन कार्यालय के प्रधान सहायक प्रवीण सिन्हा, कानूनगो अनिल यादव, नाजिर संजीव कुमार, सहायक केशव प्रसाद व अमीन बालेश्वर प्रसाद के अलावा कार्तिक मांझी, सूरज वर्णवाल, प्रशांत मांझी, राजू हेम्ब्रम, बुधन मांझी व अन्य पर मामला दर्ज. इस संबंध में पूछे जाने पर उपायुक्त राजेश्वरी बी ने बताया कि जिला भू अर्जन पदाधिकारी ने दोषियों के खिलाफ रामगढ़ थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है.